लकड़ी लेने जंगल गये युवक पर हाथी ने किया हमला
कोरबा 20 जून। जिले के वनमंडल कोरबा के कुदमुरा रेंज में मौजूद दंतैल हाथी ने आतंक मचाना शुरू कर दिया है। रविवार की शाम रेंज के सिमकेदा गांव में लकड़ी लेने जंगल गए एक ग्रामीण युवक पर उसने हमला कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे और डायल 112 वाहन को बुलाकर घायल युवक को उपचार के लिए तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुदमुरा भिजवाया जहां उपचार के बाद उसकी गंभीर दशा को देखते हुए डाक्टर ने सीएचसी करतला रेफर कर दिया। करतला में भी तीन घंटे उपचार देने के बाद जब युवक की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ तो जिला चिकित्सालय भेज दिया गया जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है लेकिन खतरे से बाहर बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार कोरबा वनमंडल के कुदमुरा क्षेत्र में इन दिनों पांच हाथी घूम रहे हैं। जिसमें एक दंतैल हाथी भी शामिल है। यह दंतैल पिछले दो दिनों से दल से अलग हो गया है। अकेले रहने के कारण उसका बर्ताव आक्रामक है। वन विभाग द्वारा ग्रामीणों को सूचित कर दंतैल की मौजूदगी वाले क्षेत्र में न जाने को कहा जा रहा है लेकिन ग्रामीण नहीं मान रहे हैं। वे या तो कौतूहलवश हाथी को देखने जंगल पहुंच जा रहे हैं या लकड़ी लेने व खेती किसानी के कामों के लिए वन विभाग की चेतावनी की परवाह किये बगैर बड़ी संख्या में जंगल जा रहे हैं। ऐसे ही सिमकेदा निवासी संतोष कुमार राठिया उम्र 28 वर्ष वन विभाग की चेतावनी को दरकिनार कर रविवार की शाम लकड़ी लेने जंगल चला गया था। जंगल में लकड़ी काटने के बाद सायं 4 बजे वापस अपने घर को लौट रहा था तभी बीच रास्ते में उसका सामना दंतैल हाथी से हो गया। ग्रामीण को देख दंतैल आक्रामक होकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह घायल हो गया। किसी तरह युवक ने अपने आपको हाथी के चंगुल से छंड़ाकर मदद के लिए आवाज लगाई। जिस पर गांव के लोग तत्काल मौके पर पहुंचे और दंतैल को भगाने के साथ इसकी सूचना वन विभाग के रेंजर बुटुक साय पैकरा व अन्य कर्मचारियों को दी। जिस पर वन विभाग के अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और 112 वाहन बुलाकर घायल ग्रामीण को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुदमुरा में ड्यूटी पर तैनात डॉ. ने उसका उपचार किया। तत्पश्चात् सीएचसी करतला ले जाने की सलाह दी। डाक्टर की सलाह पर परिजन उसे लेकर करतला सीएचसी पहुंचे और वहां भर्ती कराया । तीन घंटे तक उपचार के बाद भी जब घायल युवक की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ तो डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल कोरबा रेपर कर दिया। जिला अस्पताल में उसका उपचार जारी है। डॉक्टरों के मुताबिक घायल संतोष की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है लेकिन खतरे से बाहर है। उधर वन विभाग ने संतोष के परिजनों को उसके उपचार के लिए तत्कालिक सहायता राशि रूपए 500 दे दी है। कटघ्ज्ञोरा वनमंडल के केंदई, एतमानगर व पसान रेंज में अभी भी हाथियों की मौजूदगी बनी हुई है। क्षेत्र में बड़ी संख्या में हाथियों के विचरण करने से ग्रामीण दहशत में हैं।