शार्ट सर्किट से भवानी महासेल में आगजनी, हड़बड़ी के दौरान एक सदस्य का पैर फ्रैक्चर
कोरबा 5 मई। कोयलांचल दीपका के आवासीय क्षेत्र में आज तड़के हुई आगजनी की घटना में एक कारोबारी को काफी चपत लगी। आगजनी की चपेट में घर के सदस्य भी आ जाते अगर उन्होंने सूझबूझ से काम नहीं लिया होता। हालांकि इस दौरान जान बचाने की हड़बड़ी में एक युवक छत से कूद गया। नतीजन उसका पैर फ्रैक्चर हो गया। घटना में आगजनी को नियंत्रित करने के लिए आसपास के दमकलों ने काफी कोशिश की। इलाके में हुई इस घटना ने लोगों को कई तरह से सबक दिया।
जानकारी के अनुसार आज सुबह 4 बजे के आसपास दीपका मुख्य बस्ती बजरंग चौक में यह घटना भवानी महासेल में हुई। इसे वस्त्रालय के नाम से भी जाना जाता है। सुबह घटना से पहले शार्ट सर्किट हुआ था और इसी के बाद यहां आगजनी हुई। दावा किया जा रहा है कि कई लाख रुपए का सामान यहां स्वाहा हो गया। त्योहारी और वैवाहिक सीजन को देखते हुए कारोबारी मोहन अग्रवाल ने यहां पर पर्याप्त स्टॉक किया हुआ था। काफी सामान आगजनी की भेंट चढ़ गया। बताया गया कि शार्ट सर्किट होने के बाद लाइट गुल हो गई जिसे देखने के लिए रामावतार अग्रवाल जंक्शन बॉक्स पहुंचे थे जहां पूरे कमरे में धुआं निकलता देखा। उसके बाद गोदाम में आग लगने की जानकारी घर के सदस्यों को तेज आवाज के साथ दी गई। नजदीक में रहने वाले पार्षद गया प्रसाद चंद्रा इस सूचना के बाद हरकत में आए। उन्होंने पुलिस और अग्निशमन विभाग को इसकी जानकारी दी। कुछ देर के बाद नगर पालिका, एसईसीएल गेवरा और दीपका एवं एसीबी इंडिया की दमकल यहां पहुंची और आग को नियंत्रित किया। इस घटनाक्रम के दौरान ज्योतिनंद दुबे, संतोषी दीवान, नायब तहसीलदार वीरेंद्र श्रीवास्तव, दीपका पुलिस के कर्मी सहित अन्य लोगों ने यहां उपस्थिति दर्ज कराने के साथ सहयोग दिया।
अगर समय रहते यहां तत्परता के साथ काम नहीं किया गया होता तो तस्वीर कुछ और होती। परिवार के सदस्य निमेश अग्रवाल ने बताया कि आगजनी में काफी नुकसान हुआ है लेकिन जनहानि नहीं हुई, यह दैव योग है। परिवार के सदस्य रामावतार अग्रवाल और पत्नी उषा देवी कमरे में थे। पीछे के हिस्से से उन्हें निकाला गया। इस दौरान मोहन अग्रवाल का पुत्र लक्की उपर के हिस्से में था। आगजनी की खबर के बाद वह तनाव में आ गया और काफी ऊंचाई से कूद गया। इसके चलते उसका एक पैर फ्रैक्चर हुआ है। उसे एसईसीएल के एनसीएच में भर्ती कराया गया है। दुकान संचालक मोहन अग्रवाल ने इस बात पर हैरानी जताई कि आखिर उनके परिवार में इस तरह की घटनाएं बार-बार क्यों हो रही है। 15 वर्ष पहले उनकी बजरंग चौक स्थित एक दुकान में आग लग गई थी। इससे और पहले चाकाबुड़ा के निवास और दुकान में भी ऐसी ही घटना हुई थी। गर्मी के सीजन में आगजनी की ये घटनाएं परेशान करने वाली है।