मिर्ची @ गेंदलाल शुक्ल
मंत्री पर भारी कलेक्टर?
क्या कोरबा विधायक और राज्य सरकार के केबीनेट मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर जिला कलेक्टर रानू साहू भारी पड़ रही हैं? यह सवाल इन दिनों लोगों की जुबान पर है। असल में पिछले महीने राजस्व मंत्री ने कलेक्टर को भ्रष्ट होने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया था। इसके बाद प्रदेश भर में इसकी चर्चा होने लगी थी। हालांकि कलेक्टर ने इस पर कभी कोईप्रतिक्रिया जाहिर नहीं की। कलेक्टर की प्रतिक्रिया किसी और रूप में बाद में सामने आई। आजादी की 75 वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव पर जिला प्रशासन ने दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें सांसद, जिले के तीन विधायक, महापौर, जिला पंचायत और कोरबा जनपद अध्यक्ष को तो बतौर अतिथि शामिल किया गया, लेकिन शहर विधायक और केबीनेट मंत्री जयसिंह अग्रवाल का नाम आमंत्रण में
नदारद था। लोग कह रहे हैं क्या मंत्री पर कलेक्टर भारी पड़ गई?
फिर चर्चा में आदिवासी विकास विभाग
भ्रष्टाचार के लिए चर्चित आदिवासी विकास विभाग कोरबा एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहा है। डी एम एफ के वजूद में आने के बाद इस विभाग के अधिकारी खासतौर पर जिलाधिकारियों के कीचन केबीनेट के हेड बन जाते हैं। पिछले सहायक आयुक्त अशोक वाहने ने जमकर ताण्डव मचाया। वे तो चले गये, पर अपने पीछे परम्परा छोड़ गये। इस परम्परा का अभी भी निर्वहन किया जा रहा है। बल्कि उसमें चार चांद लगाने के लिए नगर निगम का एक इंजीनियर भी विभाग में आ गये हैं। चर्चा है कि 28 करोड़ के 18 टेण्डर में कुछ खास लोगों को उपकृत करने की कवायद की जा रही है। इसके लिए बाकायदा टेण्डर में नई शर्त जोड़ दी गयी है। कहा जा रहा है कि इन सभी टेण्डर में फिफ्टी-फिफ्टी का खेल प्रस्तावित है। इतना बड़ा खेल हो और विभाग में वर्षों से कड़ाही में सिर घुसाकर मलाई खा रहे पुराने साझेदारों को दूध से मक्खी की तरह निकाल फेंकेंगे, तो खेल कैसे कर पायेंगे? तो अब इस खेल में खेला का इंतजार कीजिये।
शिवकला की कलाबाजी
एक हैं-जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला कंवर। इन दिनों शिवकला की कलाबाजी चर्चा में है। दरअसल मामला है जिला पंचायत के खाते में जमा राशि के ब्याज का। अध्यक्ष शिवकला कंवर ने पहले तो ब्याज की राशि को जारी करने के लिए जिला पंचायत सी. ई. ओ. को पत्र लिखा। इसके बाद खुद केनिर्वाचन क्षेत्र के लिए 40 लाख रूपये जारी करा लिया। लेकिन बाद के बदलते घटनाक्रम में सी. ई. ओ. के साथ चक-चक हो गयी। फिर क्या था? शिवकला ने कलाबाजी दिखाते हुए ब्याज की राशि का आबंटन रोकने पत्र लिख दिया। जिला पंचायत के सदस्यों को राशि का आबंटन रोक दिया गया। अध्यक्ष शिव कला को तो राशि मिल चुकी थी, लिहाजा उन पर कोई फर्क नहीं पड़ा। लेकिन जिनकी राशि रूक गई, वे खासे नाराज हैं और शिवकला को कलाबाजी के लिए सबक दिखाने की तैयारी में जुट गये हैं।
मिर्ची @ गेंदलाल शुक्ल, सम्पर्क- 098271 96048