शराब डिस्ट्रीब्यूटर बनाने के नाम पर ठगी: रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने शुरू की जांच
रायपुर 10 अप्रैल। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के राखी थाना क्षेत्र में छत्तीसगढ़ का शराब डिस्ट्रीब्यूटर बनाने के नाम पर दो लोगों से डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने दो आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। राखी थाने में ठेकेदार नागेश कौशिक ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वर्ष 2018 में आरोपित राजेंद्र कुमार शर्मा और जगजीत सिंह ने शराब डिस्ट्रीब्यूटर बनाने के नाम पर एक करोड़ 49 लाख 99 हजार 935 रुपये अलग-अलग किस्तों में लिए।
राशि लेने के बाद भी आरोपितों ने उनके और एक साथी शिव कुमार चंद्राकर से धोखाधड़ी की है। आरोपित राजेंद्र कुमार शर्मा के द्वारा शराब डिस्ट्रीब्यूटर बनाने के नाम पर कई अन्य लोगों से भी ठगी की गई है। राखी थाने से मिली जानकारी के अनुसार, मेसर्स एसएसआर ग्रुप के निदेशक राजेंद्र कुमार शर्मा और जगजीत सिंह के द्वारा मेसर्स एसएसआर डिस्ट्रिलेशन एवं ब्लेंडिंग यूनिट प्राइवेट लिमिटेड का डिस्ट्रीब्यूटर बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये लिए हैं।
प्रार्थी नागेश कुमार कौशिक सीएसपीडीसीएल में ठेकेदार हैं। आरोपित राजेंद्र कुमार शर्मा और जगजीत सिंह ने पीड़ितों को मंदिरा उत्पान फैक्टरी ग्राम बादल जिला मुक्तसर साहेब पंजाब में स्थित होने की जानकारी देकर झांसे में लिया। आरोपितों की बातों में आकर नागेश कौशिक और उसके साथी शिव कुमार चंद्राकर डिस्ट्रीब्यूटर के रूप में काम करने की सहमति जताकर खाते में राशि जमा कर दिए।
आरोपितों ने पीड़ितों से 10 से अधिक बार में राशि बैंक खाते में जमा कराए। पैसे का लेने देन पूरा होने के बाद मेसर्स कंपनी के राजेंद्र कुमार शर्मा द्वारा प्रत्येक माह 5000 पेटी शराब भेजने का अश्वसान दिया गया। इसकी आपूर्ति छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग को किया जाना था। सारी लेने देन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी वर्ष-2021 तक शराब की सप्लाई नहीं की गई। जब पैसे वापस करने की मांग की गई तो दोनों आरोपितों ने मोबाइल बंद कर लिया।