मोतीसागर रेत घाट को जिला प्रशासन ने किया शुरू
कोरबा 6 फरवरी। शहर की मोतीसागर रेत घाट को जिला प्रशासन शुरू कर दिया हैं। मानसून बीतने साढ़े तीन माह बाद घाट खुलने निर्माणी ठेकेदारों के लिए राहत है। पर्यावरणीय स्वीकृति का बाधा होने के कारण घाट देर से शुरू हुई है। घाट खुलने न केवल निर्माण कार्यों में प्रगति आएगी बल्कि अवैध उत्खनन व परिवहन नियंत्रण होगा।
रेत घाट बंद होने के कारण शहर में लगातार अवैध उत्खनन हो रहा। मुख्यमंत्री पखवाड़े भर पहले ट्विटर में ट्विट किय था रेत की अवैधा उत्खनन और परिवहन के लिए कलेक्टर और एसपी जिम्मेदार होंगे। इसके बाद जिले में हुई लगातार कार्रवाई हुई। साथ ही प्रशासन घाट शुरू करने का दबाव बढ़ने लगा। बंद घाटों को शुरू करने के लिए महापौर राज किशोर प्रसाद ने इस संबंध में कलेक्टर रानू साहू को पत्र लिखा था। पत्र में इस बात का उल्लेख किया गया था कि घाट जून माह से बंद है। मानसून बीतने के बाद भी घाट नहीं होने से लोगों मे आक्रोश बढ़ रहा। बताना होगा कि शहर में विगत 15 वर्षों से शहर मोती सागर और गेरवाघाट का संचालन हो रहा था। जिला प्रशासन ने वर्तमान में केवल मोतीसागर पारा को ही शुरू किया है। इस संबंध में पूछे जाने जिला खनिज अधिकारी एसएस नाग ने बताया शनिवार से एकमात्र घाट को ही खोला गया है। गेरवाघाट को शुरू करने में अभी समय लगेगा। यहां बताना होगा गेरवा घाट के पास सर्वेश्वर एनीकट भरने से पानी भराव होता है। ऐसे रेत घाट शुरू करना संभव नहीं। इसके बदले में दूसरे स्थान पर घाट तलाश की जा रही। एक मात्र घाट शहर में रेत आपूर्ति के लिए पर्याप्त नहीं है। मोती सागरपारा घाट को शुरू करने के बावजूद रेत का अवैध उत्खनन जारी रहने की संभावना है।