कोरबा: कांग्रेस नेताओं का टेलीफोन, मोबाइल टेप होने की आशंका से भारी दहशत

कोरबा 30 सितम्बर। छत्तीसगढ़ में ढाई ढाई साल के मुख्यमंत्री को लेकर लड़ाई तेज होती जा रही है। इस बीच सी एम पद के दावेदार स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव समर्थक अपनी ही सरकार में अपने उत्पीड़न का आरोप लगा रहे हैं। इधर कोरबा के कांग्रेस नेताओं का टेलीफोन- मोबाइल टेप होने की आशंका से कांग्रेस नेताओं में भारी दहशत है।

यहां कांग्रेस हल्के में ब्याप्त चर्चा के अनुसार जिले के प्रमुख कांग्रेस नेताओं और जन प्रतिनिधियों का टेलीफोन मोबाइल टेप किया जा रहा है। यही वजह है कि यहां के मुख्य जन प्रतिनिधि और कांग्रेस नेता अब लोगों से फोन या मोबाइल पर बात करने से कतराने लगे हैं। कांग्रेस नेता इस बात को खुलकर नहीं कह रहे हैं। वे फोन- मोबाइल टेप करने वाले का नाम भी नहीं ले रहे हैं, मगर इशारे ही इशारे में वे प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल पर फोन टेप कराने का आरोप लगा रहे हैं।

आपको बता दें कि कोरबा जिले की चार में से तीन विधान सभा क्षेत्रों पर कांग्रेस का कब्जा है। दो विधायक मोहित केरकेट्टा और पुरुषोत्तम कंवर मुख्यमंत्री के खेमे में हैं, जबकि राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के समर्थक माने जाते हैं। जिले में सत्ता और संगठन पर जयसिंह अग्रवाल का एकतरफा कब्जा है। नगर निगम कोरबा के महापौर- सभापति, जिला पंचायत के अध्यक्ष-सभापति, नगर पंचायत छुरी, पाली के पदाधिकारी, नगर पालिका कटघोरा- दीपका के पदाधिकारी, शहर जिला कांग्रेस, ब्लाक कांग्रेस, ग्रामीण कांग्रेस में भी जयसिंह अग्रवाल का एकतरफा दबदबा है।

इधर कांग्रेस के एक कथित कार्यकर्ता का जिला बदर होने और कांग्रेस नेता विकास सिंह और अंकित श्रीवास्तव का नाम गुण्डा लिस्ट में शामिल होने के बाद जिले के कांग्रेस नेताओं में भारी हड़कम्प है। गत शनिवार 25 सितम्बर 2021 को शहर कांग्रेस की बैठक में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने काफी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। इस बैठक में शहर के साथ ग्रामीण कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी शामिल हुए थे। हालांकि ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष मोहित केरकेट्टा ने इस बैठक के पहले बैठक नहीं बुलाने का वक्तब्य दिया था। लेकिन ग्रामीण नेता और कार्यकर्ता भी बैठक में शामिल हुए। इसी दरम्यान यह बात चर्चा में आई कि जिले के कांग्रेस नेताओं और प्रमुख जन प्रतिनिधियों का फोन मोबाइल टेप किया जा रहा है। हालांकि इस बात को कोई भी नेता खुलकर नहीं बोल रहा है।

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