आदिवासी महिलाएं, सरपंच व पंच ने ग्राम झांझ में शराब मुक्त बनाने लिया संकल्प
कोरबा 30 सितम्बर। ग्राम पंचायत कासियाडीह के आश्रित ग्राम झांझ में निवासरत आदिवासी महिलाएं सरपंच व पंच ने एक संकल्प लिया है कि ग्राम को शराब मुक्त बनाएंगे। इसके लिए महिला समूह ने ग्राम सरपंच चंद्रिका प्रसाद उइके के साथ ग्राम झाझ में अवैध रूप से महुआ शराब बनाने, बेचने व पीने पर प्रतिबंध लगाने के लिए हरदीबाजार उप पुलिस थाना पहुंचकर निरीक्षक अभय सिंह बैंस को पत्र सौंपा।
उन्होने मांग करते हुए कहा कि ग्राम झांझ में आदिवासी बाहुल्य बस्ती है, जहां 33 फीसद लोग शराब बनाते हैं और बाहर बिक्री भी करते हैं जिस कारण गांव के छोटे बच्चे, बड़े, बच्चे, बूढ़े नशे की आदी होते जा रहे हैं कई प्रकार की विवाद की स्थिति गांव में निर्मित हो रही है। इसलिए ग्राम झांझ में जो भी शराब बना रहे हैं व बेच रहे हैं ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस दौरान उपस्थित ग्राम के सरपंच चंद्रिका प्रसाद उइके सहित महिला समूह में रंजीत बाई, पीली बाई, उर्मिला बाई, फुल कुंवर, गौरी बाई, मोगरा बाई, राजन बाई, जानकीबाई, सुंदर बाई, श्याम बाई, अन्नापूर्णा, आरती श्याम, सोनी बाई, विमला बाई, जमुना बाई, ओम बाई, महेश्वरी बाई, गंगाबाई, बृजलाल, कमलेश जगत समेत ग्रामीण उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत कासियाडीह वर्षों से शराब मुक्त गांव है और यहां निवासरत आदिवासी परिवारों ने संकल्प लिया हैं कि अपने ग्राम को शराब मुक्त बनाएंगे। इसी तरह आश्रित ग्राम झांझ को भी शराब मुक्त बनाने की संकल्प महिला समूह सहित सरपंच व पंचों ने ठानी है।