डायनेमैटिक टेक्नोलॉजीज बनी बोइंग के साथ लड़ाकू विमान बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी

नईदिल्ली 28 सितम्बर। डायनेमैटिक टेक्नोलॉजीज बोइंग के आधुनिक सामरिक लड़ाकू, विमान F-15EX ईगल II के उत्पादन में भाग लेने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई है। यह बताता है कि अब भारतीय कंपनियां रक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही है और वह दुनिया की किसी कंपनी से कम किसी भी पैमानों पर निम्न नहीं हैं।

*अमेरिकी वायुसेना के लिए करेंगे उत्पादन*

बोइंग ने 21 सितंबर को डिफेन्स इंटेलीजेन्स पर काम करने वाली कंपनी जेन्स को बताया कि बैंगलोर मुख्यालय वाली फर्म F-15EX के लिए एयरोस्ट्रक्चर असेंबलियों का उत्पादन और आपूर्ति करेगी, जिसे अमेरिकी वायु सेना (USAF) के लिए बनाया जा रहा है। यह सौदा बोइंग के साथ डायनामैटिक टेक्नोलॉजीज की 10 साल से अधिक की साझेदारी और भारतीय उद्योग के साथ अमेरिकी कॉर्पोरेशन के गहरे संबंधों को और बढ़ाएगा।

*मेक इन इंडिया से मिला बढ़ावा*

बोइंग ने जेन्स को बताया कि वह भारत के वाणिज्यिक और रक्षा एयरोस्पेस उद्योग क्षेत्रों से लगभग 1 बिलियन अमरीकी डालर के समान को आयात करता है। 2014 में जब नई दिल्ली ने अपना ‘मेक इन इंडिया’ अभियान शुरू किया तो यह आयात मात्र 225 मिलियन डॉलर था, जो अब बढ़कर 1 बिलियन डॉलर हो गया है।

*भारत के साथ गहरे हो रहे हैं बोइंग के संबंध*

इस साझेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की ओर इशारा करते हुए, बोइंग ने कहा कि 2017 में लगभग 160 फर्मों से वह समान लेता था, जो बढ़कर 2020 में 200 और 2021 में 275 कंपनी तक पहुंच गया है। इस वर्ष इनमें से लगभग 26% कंपनियों को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम के रूप में चिन्हित किया गया है। ।

*हजारों लोगों को मिल रहा है रोजगार*

इन कंपनियों की कर्मचारियों की संख्या में भी वृद्धि स्पष्टरूप से हुई है। बोइंग ने बताया कि भारत में उसने 3,000 लोगों को रोजगार दिया है, और 7,000 से अधिक लोग इसकी सप्लाइ चेन कंपनियों के साथ काम करके रोजगार पा रहे हैं।

*कोविड के बावजूद रिश्ते हुए मजबूत*

कोविड-19 महामारी से संबंधित बाधाओं को देखते हुए, पिछले दो वर्षों में बोइंग के भारतीय आपूर्तिकर्ताओं के साथ गहरे संबंध काफी मायने रखते हैं। कॉर्पोरेशन के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना महामारी ने देशों को अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने पर ध्यान दिलाया है।

प्रवक्ता ने आगे कहा, “भारत में बोइंग का ध्यान अपने संचालन और आपूर्ति श्रृंखला के सभी आयामों में सुरक्षा मानकों का निर्माण करने और अपने ग्राहकों, आपूर्तिकर्ताओं और कर्मचारियों के साथ मिलकर हमेशा काम को बेहतर करने पर रहा है।”

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