अपने ही शासन में हैं प्रताड़ित: सपना चौहान
कोरबा 26 सितम्बर। शनिवार को शहर जिला कांग्रेस कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई. बैठक में कार्यकर्ताओं का दर्द छलक आया. सभी कार्यकर्ताओं ने पदाधिकारियों को जम कर खरी-खोटी सुनाई. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने भी साफ तौर पर कहा कि अपने ही शासन में हम प्रताड़ित हैं. पुलिस और प्रशासन तो जैसे कांग्रेसियों के पीछे पड़ा हुआ है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. रायपुर मुख्यालय को कई बार पत्र लिखा, लेकिन कोई चर्चा नहीं किया गया.
पार्टी नेताओं के अनुसार अपनी ही सरकार में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रताड़ित हैं. जिला इंटक के अध्यक्ष विकास सिंह का नाम शहर के गुंडा- बदमाशों की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है. पुराने मामले में पुलिस विकास की तलाश कर रही है. वह फिलहाल फरारी काटने को विवश हैं.
बैठक में शहर कांग्रेस के महासचिव बोलने खड़े हुए. वह बेहद आक्रोशित थे. उनका कहना था कि कुछ दिन पहले उन्होंने जिले के एक थानेदार को फोन लगाया और कहा कि कार्यकर्ता की गलती नहीं है उसे बख्श दिया जाए. इस पर थानेदार ने उल्टे जवाब दिया कि मैं आपका फोन टेप कर रहा हूं. एस पी को सुनाऊंगा और आपकी शिकायत मुख्यमंत्री से करूंगा. महा सचिव इस बात से बेहद आहत हैं. उन्होंने बीच बैठक में कहा कि जब एक थानेदार मुख्यमंत्री के नाम से नहीं डर रहा है तो हम जैसे मामूली कार्यकर्ताओं की वह क्या खाक सुनेगा? उन्होंने कहा- कार्यकारिणी में शामिल हम पदाधिकारी खुद को चोर समझने लगे हैं. बैठक की भी कोई जानकारी नहीं होती. हम बेहद प्रताड़ित हैं.
इसी तरह शहर के एक कार्यकर्ता ने कहा कि हमारे सुख, दुख के साथी विकास सिंह को पुलिस ने गुंडा बदमाशों को सूची में शामिल कर दिया है. फर्जी मामला बना दिया गया. शाम 4 बजे शुरू हुई यह बैठक देर शाम तक चलती रही. एक के बाद एक कार्यकर्ता सरकार को कोस रहे थे और वह कह रहे थे कि लगातार हमें प्रताड़ित किया जा रहा है. पुलिस हो या प्रशासन, कहीं भी किसी कार्यकर्ता का कोई भी काम नहीं हो पा रहा है.
पंचवटी विश्राम गृह में बैठक के आयोजन की सूचना 1 दिन पहले ही जिला कांग्रेस कमेटी शहर के कार्यालय से जारी हुई थी. जिसमें बताया गया था कि जिला कांग्रेस कमेटी शहर और ग्रामीण की संयुक्त बैठक का आयोजन किया जा रहा है. लेकिन बैठक में शहर के साथ ही ग्रामीण अंचल के जो पदाधिकारी पहुंचे वह एक गुट विशेष के थे. जबकि भूपेश बघेल के करीबी माने जाने वाले पाली तानाखार के विधायक और जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के जिला अध्यक्ष मोहित केरकेट्टा बैठक में नहीं पहुंचे. इसके साथ ही जिले के एक अन्य कांग्रेस विधायक पुरुषोत्तम कंवर भी बैठक में नहीं पहुंचे. इससे एक दिन पहले दोनों विधायकों ने किसी बैठक के आयोजन से भी इंकार किया था. दोनों विधायक भूपेश बघेल के करीबी के तौर पर माने जाते हैं. यह दोनों हाल ही में जब सभी विधायक दिल्ली गए थे, तब दिल्ली भी रवाना हुए थे. इस लिहाज से भी चर्चा रही कि बैठक में एक गुट विशेष के कांग्रेसी शामिल हुए हैं. जबकि दूसरे गुट के कांग्रेसी नदारद रहे।
बैठक में पूरे समय विकास सिंह का नाम गुंडा बदमाशों की लिस्ट में शामिल करने और फरारी काटने का मामला गरमाया रहा. सभापति श्यामसुंदर सोनी ने कहा कि विकास सिंह को एक पुराने मामले में आरोपी बनाया गया था. जिसमें साल भर से वह आराम से रह रहे थे. अचानक एक दिन उनके घर पुलिस रेड मारती है. जबकि इस समय तक कोई भी सुगबुगाहट नहीं थी और उनका नाम गुंडा बदमाशों के लिस्ट में शामिल कर लिया जाता है. पुलिस की कार्रवाई बेहद चौंकाने वाली है.
बैठक में नगर निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्यामसुंदर सोनी, जिला कांग्रेस कमेटी शहर अध्यक्ष सपना चौहान, महिला कांग्रेस अध्यक्ष भावना जायसवाल, प्रदेश सचिव सुरेंद्र जायसवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष उषा तिवारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हाजी अखलाक खान, जिला महामंत्री अवधेश सिंह, महामंत्री बी एन सिंह, पूर्व सभापति संतोष राठौर, कटघोरा परिषद अध्यक्ष रतन मित्तल, मदन राठौर, आशीष गुप्ता, पवन विश्वकर्मा, राकेश पंकज, राजेश यादव और अन्य पदाधिकारियों की समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे.