मां की फटकार मिलने पर बालक घर से भागा, पुलिस ने 3 घंटे में खोज निकाला
कोरबा 10 सितंबर। कोविड महामारी के खतरे कम होने पर अभी भी विद्यार्थियों की ऑनलाईन पढ़ाई हो रही है। परिजनों से मिली मोबाईल सुविधा का उपयोग कुछ बच्चे फ्री फायर गेम देखने में कर रहे हैं। हाऊसिंग बोर्ड कालोनी का एक बालक मां से फटकार मिलने पर भाग निकला। सूचना मिलने पर पुलिस ने तीन घंटे में उसे खोज निकाला और सख्त हिदायत दी।
हाऊसिंग बोर्ड कालोनी खरमोरा में निवासरत एसबीआई के एक अधिकारी किसी काम से अंबिकापुर गए हुए थे। वहां से वापसी के दौरान रात्रि 09 बजे उन्होंने उपनिरीक्षक राजेश चंद्रवंशी को फोन पर सूचना दी की उसका 10 वर्षीय पुत्र मां के द्वारा मोबाईल पर फ्री फायर गेम देखने पर डांट लगाने के कारण घर से कहीं चला गया है। रात्रि में बारिश होने की वजह से अधिकारी की पत्नी उस समय रिपोर्ट कराने थाना आने में अस्मर्थ थी। इसलिए पुलिस से आग्रह किया गया कि बच्चे की तलाश की जाए। चंद्रवंशी ने इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराने के साथ बच्चे की तस्वीर आफिसियल रूप में शेयर की। इसके साथ थाना चौकी को पतासाजी के लिए संदेश दिया गया। अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेने के साथ खोजबीन के निर्देश दिए। उपनिरीक्षक राजेश चंद्रवंशी और सीएसईबी चौकी प्रभारी आशीष सिंह ने अभियान प्रारंभ किया। इस समय तक बच्चे के पिता भी कोरबा पहुंच गए थे। बताया गया कि बच्चा नंगे पैर ही घर से निकला इसलिए इस बात की संभावना की थी वह बहुत दूर नहीं गया होगा। तीन घंटे की खोजबीन में इस बालक को खरमोरा क्षेत्र के सुनसान और अंधेरे मकान में छुपकर बैठा पाया गया है। इसी के साथ उसे परिजनों के सुपूर्द कर दिया गया। उपनिरीक्षक द्वय ने बच्चे को दोबारा घर से नहीं निकलने की समझाईश भी दी।
पुलिस ने बच्चों के अभिभावकों को कहा कि वे ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों को लाभान्वित करने के साथ यह सुनिश्चित करें की इस सुविधा का बेजा उपयोग तो नहीं किया जा रहा है। ऑनलाईन क्लास के लिए इलेक्ट्रानिक डिवाईस का उपयोग कनेक्टिंग एरिया में विद्यार्थी कर रहे हैं। जरूरत के हिसाब से उनमें डाटा डलवाया जा रहा है। लेकिन गलत संगति के चक्कर में कई बच्चे दूसरे शौक की तरफ बढ़ रहे हैं। यह गलत है।