अफगानिस्तान संकट पर जी-7 की तत्काल बैठक

लंदन 23 अगस्त। तालाबिन बीते 15 अगस्त 2021 को अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज हो गई। इसके बाद से वहां पर लगातार घटनाक्रम बदलता जा रहा है। यहां पर अफगान के लोग देश छोड़ने का जतन करने में लगे हुए हैं। इस घटनाक्रम पर पूरी दुनिया की नजर हैं।

वहीं ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने अफगानिस्तान में जारी संकट पर जी-7 की तत्काल बैठक को बुलाया है। इसके तहत जी 7 नेता मंगलवार (24 अगस्त) को एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करेंगे। ब्रिटेन के पीएम ने रविवार को तालिबान के सत्ता में आने एक हफ्ते बाद इसका ऐलान किया।

विदेशी काबुल से भागने की कोशिश में लगे

गौरतलब है कि यूनाइटेड किंगडम ने ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान के साथ संयुक्त राज्य अमरीका के धनी देशों के समूह को बैठक में शामिल होने के लिए आग्रह किया है। जॉनसन बीते एक हफ्ते से बैठक के लिए जोर दे रहे हैं। वहीं काबुल के हालात को लेकर और इससे निपटने के लिए पश्चिमी सहयोगियों को जबरदस्त आलोचना का सामना करना पड़ा है। तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद हजारों अफगान और विदेशी काबुल से भागने की कोशिश में लगे हैं।

वहीं अमरीका जिसने हवाई अड्डे को सुरक्षित करने और अपने नागरिकों और मदद करने वाले अफगानों को निकालने के लिए अस्थायी रूप से हजारों सैनिकों को भेजा हैं, उसने 31 अगस्त तक एयरलिफ्ट को पूरा करने की समय सीमा तय की है। हालांकि,यूके समेत सहयोगियों का सुझाव है कि वे समय सीमा बढ़ाने का समर्थन करेंगे। अफगानिस्तान की समस्या को लेकर होने वाली बैठक में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जा सकता है।

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