अफगानिस्तान: करीब 460 मिलियन डालर की राशि की निकासी पर रोक
वाशिंगटन 20 अगस्त। अफगानिस्तान में बद से बदतर होते हालात के बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अफगानिस्तान को मिलने वाली करीब 460 मिलियन डालर की राशि की निकासी को रोक दी है। आई एम एफ ने ये फैसला वहां पर तालिबान के कब्जे के बाद लिया है।
आईएमएफ का कहना है कि तालिबान के आने के बाद देश में असमंजस की स्थिति है। आईएमएफ का ये फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के दबाव के बाद सामने आया है। बाइडन का कहना है कि ये रकम किसी सूरत में तालिबानियों के हाथों में नहीं जानी चाहिए। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने विदेशों में जमा देश की अरबों डालर की राशि को भी जब्त करने के आदेश दिए थे। इसके तहत अफगानिस्तान सेंट्रल बैंक की करीब 70 हजार करोड़ रुपये (9.4 अरब डालर) की रकम को जप्त कर लिया गया था। इसकी जानकारी द अफगान बैंक (डीएबी) के कार्यवाहक गवर्नर अज अहमदी ने दी थी।
गौरतलब है कि अहमदी तालिबान के आने से पहले देश छोड़ चुके थे। अपनी जानकारी में उन्होंने बताया था कि विदेश में अफगानिस्तान के करीब 94 अरब डालर जमा हैं। इनमे से लगभग 50 हजार करोड़ रुपये (7 अरब डालर) अमेरिकी फेडरल रिजर्व बान्ड और संपति के रूप में हैं। इसके अलावा इसमें 10 हजार करोड़ रुपये (1.3 अरब) का सोना भी है। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में अमेरिकी प्रशासन के बयान का हवाला देते हुए बताया गया है कि इस फैसले के बाद तालिबान किसी भी सूरत से इस पैसे को हाथ नहीं लगा सकेगा। इसमें कहा गया है विदेश मंत्रालय और व्हाइट हाउस ने इस बारे में पहले विचार विमर्श किया था। इसका मकसद बाइडन प्रशासन द्वारा तालिबान पर दबाव बनाना था।