स्थानीय बेरोजगारों की उपेक्षा, रानीअटारी खदान में करेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल
कोरबा 2 अगस्त। जिले के अंतिम छोर में स्थित में एसईसीेएल की रानी अटारी भूमिगत परियोजना के समक्ष स्थानीय लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। उनका कहना है कि खदान में नियोजित ठेका कंपनी बाहरी लोगों को काम दे रही है और स्थानीय बेरोजगारों की उपेक्षा की जा रही है।
साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल की रानीअटारी परियोजना जिले के पोड़ी उपरोड़ा अनुविभाग अंतर्गत ग्राम अड़सरा में संचालित है। इस खदान में कोयला खनन के लिए ज्वाय सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को कार्य सौंपा गया है। बताया जा रहा है कि उक्त कंपनी द्वारा स्थानीय एवं आसपास बेरोजगार ग्रामीणों की अनदेखी करते हुए उन्हें काम पर नहीं रखा जा रहा है। वहीं अन्य प्रांत के मजदूर लाकर काम पर रखा जा रहा है। वहीं एसईसीएल प्रबंधन भी क्षेत्र के विकास में योगदान करने के बजाए अनदेखा कर रहा है। कोयला लेकर चलने वाली एसईसीएल की वाहनों से क्षेत्र के सड़कों की स्थिति बदतर हो गई है। सुधार कार्य की मांग किए जाने के बावजूद अब तक एसईसीएल प्रबंधन ने पहल नहीं की। इससे ग्रामीणों में प्रबंधन के खिलाफ खासा आक्रोश व्याप्त है। प्रबंधन के रवैय्ये से त्रस्त हो कर क्षेत्र के ग्रामीण सात सूत्रीय मांग को लेकर दो अगस्त से एसईसीएल के मुख्य द्वार के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। ग्रामीणों के प्रतिनिधि मंडल ने उक्त समस्या से श्रम कल्याण मंडल सदस्य नवीन सिंह को भी अवगत करा आंदोलन शामिल होने कहा है। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला कंवर, विशिष्ट अतिथि संतोषी पेंद्रों अध्यक्ष जनपद पंचायत पोड़ी उपरोड़ा, रामनारायण उरेती, उर्मिला राय सिंह मरकाम, जिला पंचायत सभापति के साथ जनपद पंचायत पोड़ी उपरोड़ा के सदस्य गीता मार्को, दीपक उदय, प्रताप सिंह मरावी, सातगढ़ कंवर समाज के केंद्रीय अध्यक्ष छत्रपाल सिंह कंवर के अलावा ग्राम पंचायत अड़सरा, पुटीपखना, सेन्हा, कोडगार, कोरबी, सेंदूरगढ़, तनेरा, पिपरिया, हरदेवा, धवलपुर के सरपंचगण, जनपद सदस्य उपस्थित रहेंगे।
प्रमुख मांगेंः- खदान से लगे सड़क का निर्माण और मरम्मत, स्वास्थ्य शिविर का प्रतिमाह आयोजन करने, जेएमएस कंपनी में रोजगार के लंबित आवेदनों का निराकरण, भू विस्थापित महिला चंदन कुंवर को एसईसीएल में स्थायी रोजगार,जेएमएस कंपनी के लेबर ठेकेदार एवं पेटी ठेकेदार द्वारा श्रमिकों का आर्थिक शोषण के विरुद्ध कार्रवाई करने,श्रमिकों को प्रतिमाह 10 तारीख तक वेतन का भुगतान, हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के कारण सीएसआर मद से सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने मांगे हैं।