सीएए किसी भारतीय नागरिक के विरुद्ध बनाया कानून नहीं है: मोहन भागवत
नई दिल्ली 21 जुलाई। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत बुधवार को असम के दौरे पर हैं। इस मौके पर भागवत ने अपने संबोधन में कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम से किसी भी भारतीय नागरिक को कोई खतरा नहीं है।
संघ प्रमुख ने कहा कि सीएए किसी भारत के नागरिक के विरुद्ध बनाया हुआ कानून नहीं है। भारतीय मुसलमान को सीएए से कुछ नुकसान नहीं होगा। विभाजन के बाद एक आश्वासन दिया गया कि हम अपने देश के अल्पसंख्यकों की चिंता करने वाले हैं, हम आजतक उसका पालन कर रहे हैं। पाकिस्तान ने आश्वासन का पालन नहीं किया।
श्री भागवत ने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए कानून को साम्प्रदायिक रूप दिया गया है। उन्होंने कहा कि 1930 से योजनाबद्ध तरीके से मुस्लमानों की संख्या बढ़ाने के प्रयास हुए, ऐसा विचार था कि जनसंख्या बढ़ाकर अपना वर्चस्व स्थापित कर फिर इस देश को पाकिस्तान बनाएंगे। ये विचार पंजाब, सिंध, असम और बंगाल के बारे में था, कुछ मात्रा में ये सत्य हुआ, भारत का विखंडन हुआ और पाकिस्तान हो गया। लेकिन जैसा पूरा चाहिए था वैसा नहीं हुआ। भागवत ने कहा कि हमें दुनिया से धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद, लोकतंत्र सीखने की जरूरत नहीं है। यह हमारी परंपराओं में है, हमारे खून में है। हमारे देश ने इन्हें लागू किया है और इन्हें जीवित रखा है।