कोयला खदानों की सुरक्षा के लिए लगाई जाएगी मशीनेंः प्रहलाद

कोरबा 7 जुलाई। स्टेंडिंग कमेटी आफ सेफ्टी की बैठक में कोयला मंत्री प्रहलाद ने कहा कि कोयला खदानों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। जरूरत के अनुरूप मशीनें लगाई जाएंगी, ताकि दुर्घटना से बचा जा सके। कोयला खदान का भविष्य उज्ज्वल है और 30 वर्ष तक खदान अनवरत रूप से चलेगी, इस पर किसी तरह का भ्रम नहीं रहना चाहिए।

कोयला खदानों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक में समीक्षा की गई। इस दौरान कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। साथ ही कोयला सचिव, कोल इंडिया चेयरमेन, डीजेएमएस समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए। कमेटी में शामिल श्रमिक संघ के प्रतिनिधियों ने खदानों में हो रही दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा बढ़ाया नितांत आवश्यक है और इसके लिए कंपनी को राशि खर्च करने में पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने खदान दुर्घटना में मरने वाले ठेका मजदूरों के आश्रितों को भी नियमित कर्मियों की तरह नौकरी देने का प्रस्ताव रखा। साथ ही हाइपावर कमेटी द्वारा निर्धारित वेतनमान नहीं दिए जाने का मुद्दा उठाया। बैठक में शामिल एचएमएस के अध्यक्ष व जेबीसीसीआई सदस्य नाथूलाल पांडेय ने बताया कि कोविड.19 कार्यकाल में कोयला मजदूर लगातार काम किए और इस दौरान कुछ मजदूर की संक्रमण से मौत हो गई। इन मजदूरों के आश्रितों को 15 लाख दिया जा रहा हैए पर यह राशि कम हो और इसे कम से कम 25 लाख देनेए कोयला मजदूरों को पेंशन एक हजार से कम हैए इसे बढ़ाने न्यूनतम एक हजार करनेए माइनिंग सरदार की भर्ती के लिए परीक्षा लेनेए नई भर्ती व ओवहरमैन के रिक्त पदों को भरने का प्रस्ताव भी रखा गया। इस पर कोयला मंत्री जोशी ने आश्वस्त किया कि कोयला मजदूरों का पेंशन न्यूनतम एक हजार होए इसके लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह ठेका मजदूरों को निर्धारित वेतनमान मिलना चाहिए। इस दोनों मुद्दों पर उन्होंने बैठक में ही अधिकारियों को उचित कार्रवाई करने कहा ताकि समस्या का निराकरण हो सके।

कोयला मंत्री ने कहा कि कोयला खदान का संचालन जारी रहेगा, इससे नियमित व ठेका मजदूरों के साथ ही उनसे संबंधित लगभग 20 लाख लोग जुड़े हुए हैं। खदान बंद होने से इनके समक्ष जीवकोपार्जन की समस्या उत्पन्ना हो जाएगी। उन्होने कहा कि खदानों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है और इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। हालांकि उन्होंने ठेका मजदूरों के आश्रितों के अनुकंपा नियुक्ति देने के संबंध में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा। माइनिंग सरदार की परीक्षा के संबंध में आश्वस्त किया जल्द ही विभागीय स्तर पर परीक्षा ली जाएगी। इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर माइनिंग सरदार व ओवहरमैन के रिक्त पदों पर नई भर्ती की जाएगी। बैठक में बीएमएस की लक्ष्मा रेड्डी, सीटू से मानस मुखर्जी व एटक से जोसेफ शामिल हुए।

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