फिनलैंड से भारत के लिए इतिहास की पहली ब्लॉक ट्रेन हो चुकी है रवाना
हेलसिंकी 28 जून। भारत व्यापार के मामलें में नित नए पायदान चढ़ रहा है। इसी क्रम में फिनलैंड से इतिहास में पहली बार ब्लॉक ट्रेन भारत पहुंचेगी। फिनलैंड के हेलसिंकी से भारत के न्हावा शेवा कंटेनर पोर्ट को जोड़ने वाली पहली कंटेनर ब्लॉक ट्रेन हेलसिंकी से रवाना हो चुकी है। यह ट्रेन 21 जून को एक स्वीडिश ग्राहक से कागज आधारित उत्पादों से भरे 40 फुट के 32 कंटेनर ले कर चल चुकी है। वर्तमान में, यह रूस से होती हुई और अजरबैजान को पार कर यात्रा करती है। इसका अगला पड़ाव ईरान में अस्तारा और बंदरअब्बास पोर्ट होगा।
बंदर अब्बास पोर्ट से, कार्गो को एक जहाज पर ले जाया जाएगा, जो हिंद महासागर के माध्यम से अपने अंतिम स्टेशन तक समुद्री रास्ते से पहुंचेगा। ट्रेन, जो अभी रास्ते में चल रही हैं, हेलसिंकी और अस्तारा के बीच के मार्ग को पूरा करने में आठ दिन का समय लेगी। आपको बता दें, अस्तारा, अजरबैजान-ईरान सीमा पर स्थित है।
यात्रा समय घटेगा
इसके अलावा, नूरमिनेन लॉजिस्टिक्स के साथ सहयोगी RZD लॉजिस्टिक्स के अनुसार ट्रेन का कुल यात्रा समय शुरू में अनुमान लगाए गए समय से कम होगा। विशेष रूप से, जैसा कि रूसी कंपनी ने कहा, फिनलैंड और भारत के बीच यात्रा का समय 22 दिनों से अधिक नहीं होगा। हेलसिंकी, फिनलैंड से भारत के न्हावा शेवा तक का यात्रा समय लगभग 25 दिन होगा, यह समय स्वेज नहर से गुजरने पर लगने वाले समय का लगभग आधा है।
नूरमिनेन के लिए एक मील का पत्थर
फिनलैंड और भारत को रेल से जोड़ने के अलावा, यह विशिष्ट सेवा एक अन्य कारण से नूरमिनेन लॉजिस्टिक्स के लिए एक मील का पत्थर है। आपको बता दें, फिनिश कंपनी “इतिहास की पहली लॉजिस्टिक्स ऑपरेटर है, जिसने इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) के पश्चिमी विंग के माध्यम से यूरोप से भारत के लिए एक ब्लॉक ट्रेन भेजी है।”
इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर
INSTC भारत, ईरान, अजरबैजान और रूस को जहाज, रेल और सड़क मार्ग से जोड़ने वाला 7,200 किलोमीटर लंबा मालवाहक मार्ग है। लाइन के कारण मुंबई और मॉस्को के बीच यात्रा का समय चालीस से घटाकर चौदह दिन के आसपास है। इस गलियारे का मुख्य उद्देश्य स्वेज नहर, भूमध्यसागरीय और बाल्टिक सागर के माध्यम से समुद्री पारंपरिक मार्गों का विकल्प प्रदान करना है।
हालांकि, लाइन पहले से ही चालू है लेकिन अभी अधूरी बनी है, पूरा होने पर अधिक सहायक होगी। 2018 में दो अन्य महत्वपूर्ण लाइन पूरी की गई हैं; एक अजरबैजान में अस्तारा और ईरान में अस्तारा नाम के शहर को जोड़ती है, और दूसरी ईरानी शहरों को रश्त और काजविन से जोड़ती है। जानकारी के लिए बता दें, बुनियादी ढांचा प्रति वर्ष 15 मिलियन टन माल ढुलाई करने में सक्षम है।
इस समझौते के तहत हुआ है शिपमेंट
सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम के दौरान हुए समझौते के तहत आरजेडडी लॉजिस्टिक्स और नूरमिनेन लॉजिस्टिक्स सर्विसेज द्वारा आयोजित यह पहला मल्टीमॉडल शिपमेंट है।