वायुसेना का मिग-21 क्रैश में शहीद पायलट अभिनव चौधरी, अपनी शादी में खूब चर्चाओं में आये थे..
■ डेढ़ साल पहले हुई थी ऐसी शादी
मेरठ 24 मई. पंजाब के मोगा में भारतीय वायु सेना का मिग-21 लड़ाकू विमान क्रैश हो गया. इस दुर्घटना में मेरठ के गंगानगर निवासी फायटर पायलट अभिनव चौधरी की मौत हो गई. वह मूल रूप से बागपत के पुसार गांव के रहने वाले थे. परिवार लंबे समय से मेरठ में ही रह रहा था. 25 दिसंबर 2019 को ही अभिनव की शादी धूमधाम से मेरठ में ही हुई थी.
वायु सेना में फायटर पायलट और किसान के पुत्र अभिनव लगन में 1 रुपये में लेकर सगाई संपन्न कर दहेज लोभियों को करारा तमाचा जड़ा था. युवा पायलट ने दहेज लेने से इनकार कर अपने जीवन की महत्वपूर्ण पारी डेढ़ साल पहले ही शुरू की थी.अभिनव के परिवार ने पूरे समाज को एक सकारात्मक संदेश दिया था. परिवार ने रस्म में लड़की पक्ष से भेंट किए गए नकद धनराशि भी ससम्मान वापस लौटा दी थी.मूल रूप से बागपत के बड़ौत-बुढ़ना रोड स्थित पुसार गांव निवासी किसान सतेंद्र चौधरी सी-91 गंगासागर कॉलोनी में सपरिवार रहते हैं. उनका बेटा लेफ्टिनेंट अभिनव चौधरी वायु सेना में मिग-21 का फायटर पायलट थे. वह पठानकोट एयरबेस में तैनात थे.
अभिनव का रिश्ता एक प्रधानाध्यापक की बेटी सोनिका उज्जवल से हुआ था. सोनिका उज्जवल ने फ्रांस में मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई की थी. अभिनव के पिता सतेंद्र चौधरी ने शादी की रस्म के तहत केवल एक रुपया स्वीकार किया था. सतेंद्र का कहना था कि शादी में दहेज की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए. दो परिवारों को जोड़ने के लिए दहेज का लेन-देन जरूरी नहीं है. दहेज प्रथा पर पूर्ण रूप से रोक लगनी चाहिए.
अभिनव चौधरी ने आरआईएमसी देहरादून से कक्षा 12 उत्तीर्ण की थी. इसके बाद उनका चयन एनडीए में हुआ था. पुणे में तीन साल के बाद हैदराबाद के एएफए में वायुसेना की ट्रेनिंग पूरी की थी अभिनव की मौत की खबर आते ही परिवार पर दुख का कहर टूट पड़ा. परिवार और अभिनव को जानने वाले घटना पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं.
वर्तमान में उनकी पोस्टिंग राजस्थान के सूरतगढ़ में थी। शुक्रवार तड़के 4:00 बजे कमांडिंग ऑफिसर ने अभिनव के पिता सतेंद्र चौधरी को फोन करके उनके शहीद होने की खबर दी। परिजनों के अनुसार अभिनव का पार्थिव शरीर हवाई मार्ग से गाजियाबाद के हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर आएगा और फिर वहां से सड़क मार्ग के जरिए मेरठ में गंगासागर कॉलोनी तक लाया जाएगा। इ