जांजगीर में पुलिस जवान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, निष्पक्ष जांच की मांग
श्री राजपूत करणी सेना प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह परिहार- निष्पक्ष जांच हो
मुंगेली 14 मई। गुरुवार 13 मई की रात जांजगीर थाना में पदस्थ पुलिस जवान पुष्पराज सिंह की सड़क के किनारे स्कूटी गिरी मिली। उसके शरीर पर बिजली के तार लिपटे मिले। गले में भी तार उलझा हुआ था। पुलिस इसे एक हादसा बता रही है, मगर घर वाले इसे हत्या होने का दावा कर रहे हैं। जांजगीर पुलिस अब इस मामले में जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार पुष्पराज की लाश देशी शराब दुकान के पास की सड़क पर मिली। वही पुलिस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जवान बिजली के तारो में उलझ गया था जिस कारण उसकी मृत्यु हुई है। वहीं पंचनामा बनाते हुए पुलिस ने मौके पर उपस्थित गवाह से जानकारी ली जिसमे गवाह ने भी मृतक जवान का तारो में उलझना बताया है।
उधर जवान की फेसबुक आई डी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। मृतक जवान पुष्पराज सिंह विगत 10 वर्षो से पुलिस में सेवारत था और सोशल मीडिया के माध्यम से जवानों और स्वयं के साथ हुए दुर्व्यवहार को सबके समक्ष प्रस्तुत करता रहा है। इन 10 वर्षों में वह करीब 6 बार सस्पेंड किया गया है और उस पर कई बार इस्तीफा के लिए भी दबाव बनाया जा चुका है जिसका भी जवान ने सोशल मीडिया के माध्यम से विरोध किया था। बुधवार के दिन भी उसने अपने आला अधिकारियों को उसे सस्पेंड करने की चुनौती देते हुए एक पोस्ट डाली थी जिसके बाद गुरुवार की रात में ड्यूटी के दौरान ही उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। जवान अपने आला अधिकारियों के द्वेषपूर्ण व्यवहार से दुखी था और इस विषय में अपने सामाजिक संगठनों और पारिवारिक व्यक्तियों से कई बार शिकायत भी कर चुका था। पुष्पराज का कहना था कि उसे सवर्ण समाज का होने के कारण वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा हर बार ऐसे कार्य करने पर मजबूर किया जाता था जो नैतिकता के विरुद्ध था।
वही इस मामले में श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह परिहार ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि पुष्पराज के द्वारा पूर्व में भी ऐसी शिकायत उन्हें मिल चुकी है और उन्होंने उसे संगठन के द्वारा हर संभव सहायता का वचन दिया था। आलोक सिंह परिहार ने गृह मंत्रालय से जवान की मृत्यु की निष्पक्ष जांच की मांग की है और साथ ही चेतावनी भी दी है कि प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा अगर जवानों को इसी प्रकार प्रताड़ित किया जाता रहा तो सिस्टम चरमरा जाएगा।जवान ही इस सिस्टम की नींव है। वही फील्ड में जाकर काम करते है। लेकिन अधिकारियों के द्वारा उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार से कही न कही उनका हौसला टूटता है।
उन्होंने कहा है कि पुष्पराज की मृत्यु की अगर निष्पक्ष न्यायिक जांच नही की जाती है तो श्री राजपूत करणी सेना द्वारा बड़ा जनांदोलन किया जाएगा। आलोक सिंह ने थाना अधिकारी व पुलिस निरीक्षक को मृत्यु की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है।