भारत को बदनाम करने की टूडो की चाल का हो गया पर्दाफाश
कनाडाई जांच आयोग की रिपोर्ट ने जस्टिन ट्रुडो को बेनकाब किया
ओटावा. भारत को विश्वमंच पर बदनाम करने की कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो की चाल बेनकाब हो गई। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में विदेशी हस्तक्षेप की जांच कर रहे कनाडा के मैरी जोसे हॉग आयोग ने साफ कर दिया कि निज्जर की हत्या में भारत के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह साबित नहीं हुआ है कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का किसी अन्य देश से संबंध है। इस रिपोर्ट ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के उन आरोपों की हवा निकाल दी, जिसमें उन्होंने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संलिप्तता का आरोप लगाया था। हालांकि भारत ने टुडो के आरोपों को बेतुका, निराधार और मनगढंत बताते हुए खारिज कर दिया था। इस रिपोर्ट के पेज 103 पर लिखा है कि ऐसी अफवाहें तुरंत फैल गई कि निज्जर की मौत किसी तरह भारत सरकार से जुड़ी हुई है, लेकिन कनाडा की खुफिया एजेंसियों का आकलन ऐसा नहीं था। जून, 2023 कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में निज्जर की हत्या कर दी गई थी।
■ 18 जून 2023 को सरे में 45 वर्षीय हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या।
■ 18 सितंबर को कनाडा की संसद में पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा, भारत की संभावित संलिप्तता के आरोपों की जांच की जा रही है।
■19 सितंबर को पहले कनाडा ने फिर भारत ने राजनयिक निकाला।
■ 21 सितंबर को सुरक्षा कारणों का हवाला देकर कनाडा ने वीजा संचालन निलंबित किया।
■ 19 अक्टूबर को कनाडा ने भारत से अपने 41 राजनयिक बुलाए।
■ अक्टूबर 2024 को कनाडा ने 6 भारतीय राजनयिक निकाले। जवाब में भारत ने छह कनाडाई राजनयिक निष्कासित किए।
‘संघीय चुनाव प्रक्रियाओं और लोकतांत्रिक संस्थाओं में विदेशी हस्तक्षेप की सार्वजनिक जांच’ शीर्षक वाली 123 पन्नों की रिपोर्ट में भारत, रूस, चीन व पाकिस्तान को कनाडा के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। इसमें कहा गया है कि भारत ने चुनाव में तीन दलों के उम्मीदवारों को पैसे देने के लिए प्रॉक्सी एजेंटों का इस्तेमाल हुआ है। भारत ने इसे खारिज किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा- सच ये है कि कनाडा, भारत के आंतरिक मामलों में लगातार हस्तक्षेप करता रहा है।