न्यूज एक्शन की खबर पर कोरबा कलेक्टर का रिएक्शन, जारी किया संशोधित आदेश
कोरबा 12 मई। वैवाहिक कार्यक्रमों और अंत्येष्ठि को लेकर 10 मई को जारी अपने विवादित आदेश में जिला कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने संशोधन करते हुए नया आदेश जारी किया है। अब नये आदेश में किसी भी अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए दो दिन पहले कोरोना निगेटिव रिपोर्ट पेश कर पूर्व अनुमति लेने की शर्त हटा दी गई है।
कलेक्टर ने आज 12 मई को जारी अपने नए आदेश में विवाहोत्सव में शामिल होने के लिए जहां 10 लोगों की उपस्थिति और दो दिन पूर्व RTPCR टेस्ट की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट पेश कर अनुमति लेना अनिवार्य रखा है, वहीं सभी तरह के धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक और अन्य आयोजनों पर पूर्ण प्रतिबंध को यथावत रखा है। लेकिन अंत्येष्ठि संबन्धी विवादास्पद आदेश को संशोधित किया है और दो दिन पूर्व कोरोना निगेटिव रिपोर्ट पेश कर अनुमति लेने के आदेश को विलोपित कर दिया है। साथ ही दस लोगों की उपस्थिति की सीमा निर्धारित कर दी है।
उल्लेखनीय है कि कोरबा कलेक्टर द्वारा 10 मई 2021 को जारी विवादास्पद आदेश पर आम और खास लोग जमकर चटखारे ले रहे थे। लोगों का कहना है कि वैवाहिक कार्यक्रम तो पूर्व निर्धारित होता है। लिहाजा लोग अनुनय- विनय कर विवाह के लिए दो दिन पूर्व कोरोना निगेटिव की टेस्ट रिपोर्ट और अनुमति हासिल कर लेंगे। लेकिन किसी व्यक्ति की दो दिन बाद मृत्यु हो रही है, यह कैसे पता चलेगा? क्योंकि मृत्यु का समय तो किसी को पहले से पता नहीं होता। क्या लोग पहले ही मान लें कि अमुक व्यक्ति का दो दिन बाद निधन होगा? या मरने वाले व्यक्ति को अपनी मौत का दो दिन पहले पता चल जाएगा कि उसकी कब मृत्यु हो रही है? ताकि वह अपने परिजनों शुभचिन्तकों को अपने अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पूर्व से ही तैयारी करने के लिए कह सके और लोग कोरोना टेस्ट करा सकें और आवश्यक अनुमति हासिल कर सकें?
न्यूज़ एक्शन ने आज, बुधवार 12 मई को कलेक्टर के 10 मई को जारी आदेश को आधार बनाकर एक समाचार का प्रकाशन-” मृतकगण, कृपया मरने से दो दिन पहले अपने परिजनों- शुभ चिन्तकों को सूचित करें, कोरबा कलेक्टर का फरमान” शीर्षक से किया है। इस समाचार को छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी ने अपने फेसबुक पेज में मुख्य पृष्ठ बनाया है और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को टेग किया है। भाजपा ने लिखा है-” जिस शासन का मुखिया ही भूपेश बघेल जी जैसा है, उसके प्रशासन से आप इससे अधिक क्या उम्मीद कर सकते हैं।”