अमेरिका के कोलोराडो में रविवार को हुई अंधाधुंध फायरिंग में 7 लोगों की मौत
कोलोराडो 10 मई। अमेरिका के कोलोराडो में रविवार को अंधाधुंध फायरिंग की एक घटना सामने आई। जानकारी के मुताबिक कैंटरबरी मोबाइल होम पार्क में मनाई जा रही बर्थडे पार्टी के दौरान एक युवक ने फायरिंग की इस घटना को अंजाम दिया। इस हमले में करीब 7 लोगों की मौत और 3 घायल हो गए । वहीं हमलावर ने फायरिंग के दौरान खुद को भी गोली मार ली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जानकारी दी कि वहां पर 6 लोगों के शव पड़े थे। एक गंभीर रूप से घायल शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसकी जान भी नहीं बचाई जा सकी।
बीते चार दिन में फायरिंग की यह तीसरी घटना
बीते चार दिन में अमेरिका में यह फायरिंग की तीसरी घटना है। इससे पहले 8 मई को न्यूयॉर्क सिटी के टाइम्स स्क्वायर पर दो गुटों की बहस हिंसक हो गई थी, जिसमें दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया था। वहीं, 6 मई को इडाहो स्थित एक स्कूल में गुरुवार को एक बच्ची ने फायरिंग की थी। घटना में 2 बच्चों समेत 3 लोग घायल हुए थे। इसके बाद टीचर ने इस बच्ची से बंदूक छीन ली थी। घायलों को बांह और पैरों में गोलियां लगी थी।
प्रति व्यक्ति बंदूक के औसत के मामले में अमेरिका दुनिया में नंबर 1
अमेरिका प्रति व्यक्ति बंदूक के औसत के मामले में दुनिया में नंबर 1 है। आंकड़े बताते हैं कि वहां प्रति 100 लोगों के पास 120.5 बंदूकें हैं। दूसरे नंबर पर स्थित यमन की तुलना में यह दोगुना है। पिछले साल ही अमेरिका में बंदूकों की बिक्री का रिकॉर्ड बना था। कुल 2.1 करोड़ बंदूकों की बिक्री हुई थी, जिसमें हैंडगन और राइफल शामिल थीं। बताना चाहेंगे, 2019 की तुलना में यह 60% ज्यादा है। इससे पहले वर्ष 2016 में सबसे ज्यादा 1.6 करोड़ बंदूकों की बिक्री हुई थी।
पिछले साल बंदूकों की बिक्री में बना था रिकॉर्ड
बंदूकों की डिमांड बढ़ने के बाद नौबत यहां तक आ गई थी कि पिछले साल अनेक स्टोर्स पर बंदूकों और गोलियों का पूरा स्टॉक खत्म हो गया था। वॉलमार्ट ने बढ़ती हिंसा को देखते हुए कुछ दिनों के लिए अपने स्टोर से इन्हें हटा दिया था। कंपनी ने यह भी कहा था कि वह सैनिकों द्वारा इस्तेमाल में लाए जाने वाली बंदूकों की बिक्री नहीं करेगी।