री-कॉउंटिग में ममता बनर्जी के भाग्य का फैसला बदला, सुवेन्दु अधिकारी जीते

■ हाईप्रोफाइल नन्दीग्राम सीट में अपनी हार के बाद ममता बोली कोर्ट जायेगी

कोलकाता 2 मई: पश्चिम बंगाल की हाईप्रोफाइल विधानसभा सीट नंदीग्राम के चुनाव परिणाम पर सारे देश की निगाहें लगी थी क्योंकि यहां से मुख्यमंत्री व टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी व टीएमसी के बागी व भाजपा प्रत्याशी के मध्य कांटे का मुकाबला था. नंदीग्राम सीट पर ममता बनर्जी को हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी के सुवेंदु अधिकारी ने 1622 वोटों से ममता को हराया है.

बता दे कि ममता को अपनी सीट छोड़कर नन्दीग्राम में आकर चुनाव लड़ना भारी पड़ गया. वोटों की गिनती के दौराननंदीग्राम सीट पर ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. काउंटिंग के दौरान कभी बनर्जी आगे तो कभी अधिकारी लेकिन आखिरी राउंड की काउंटिंग में पासा पलटा और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री आगे हो गईं. ममता की जीत की घोषणा हो गई लेकिन सुवेंदु ने आपत्ति दर्ज की इसके बाद नंदीग्राम सीट पर री-काउंटिंग में ममता को हार का सामना करना पड़ा.

सीट के नतीजों पर अब ममता बनर्जी आपत्ति उठा रही हैं. ममता ने कहा है कि वे इन नतीजों के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाएंगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि मैंने टारगेट किया था 221 का, अब बंगाल की विजय हुई है. ममता ने कहा है कि यह बंगाल की विजय है. बंगाल की विजय पर मैं पूरे भारत वर्ष को बधाई देती हूं. चुनाव आयोग पर एक बार फिर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारे साथ बहुत क्रूर व्यवहार किया गया है.

ममता ने कहा है कि वह शपथ ग्रहण समारोह नहीं करेंगी. विधान सभा सत्र कब बुलाया जायेगा ये तय होगा. कोरोना के हालातों पर उन्होंने कहा, हम कोरोना के तूफान को संभाल देंगे. उन्होंने कहा, आज मेरे जितना खुश कोई नहीं होगा मैं सोच नहीं सकती थी कि मुझे इतनी सीट मिलेंगी. ममता ने लोगों से विजय यात्रा नहीं निकालने की अपील की है.

बता दे कि नंदीग्राम सीट पर सुवेंदु अधिकारी 2016 के विधान सभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे और ममता कैबिनेट में मंत्री बने थे। इस सीट पर 2009 से टीएमसी का कब्जा है। लेकिन अबकी बार टीएमसी सुप्रीमो को अपने ही बागी से कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। बनर्जी इस समय भवानीपुर सीट से विधायक हैं, लेकिन उन्होंने सुवेंदु अधिकारी को सबक सिखाने के लिए नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया,

पूरे बंगाल में ममता भाजपा नेताओं को बाहरी कहकर हमला करती रही हैं,लेकिन नंदीग्राम में सुवेंदु उन्हें बाहरी बताकर खुद को धरतीपुत्र के तौर पर वोट देने की अपील कर चुके हैं। टी एम सी का बंगाल में दबदबा बढ़ने से पहले यह सीटे लेफ्ट फ्रंट का गढ़ हुआ करती थी। ममता बनर्जी ने जैसे ही इस सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, सुवेंदु ने उन्हें कम से कम 50 वोटों के अंतर से हराने का दावा किया था। आज वोटों की गिनती के साथ ही तय हो जाएगा कि नंदीग्राम का असली टाइगर कौन है? पिछले चुनाव में इस सीट पर सुवेंदु अधिकारी 81,230 वोटों से चुनाव जीते थे,

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