छत्तीसगढ़ में मरीज़ों के लिए ऑक्सीजन गैस की कोई कमी नहीं..
रायपुर 16 अप्रेल: छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना संक्रमित एवं अन्य गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों के लिए ऑक्सीजन गैस की कोई कमी नहीं है। 15 अप्रैल की स्थिति में राज्य में प्रतिदिन 386.92 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस का उत्पादन राज्य में हो रहा है, जबकि वर्तमान में ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 5 हजार 898 मरीजों के लिए प्रतिदिन 110.30 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की ही जरूरत पड़ रही है।
राज्य के सभी शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों में डिमांड के अनुरूप ऑक्सीजन गैस की निरंतर आपूर्ति की जा रही है। कोविड-19 मरीजों के लिए स्थापित कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल, कोविड केयर सेंटर्स में ऑक्सीजन प्लांट जम्बो ऑक्सीजन सेलेण्डर एवं ऑक्सीजन कंसनटेटर के द्वारा मरीजों को ऑक्सीजन की निरंतर उपलब्ध कराई जा रही है। कोरोना पीडित मरीजों की मृत्यु गंभीर संक्रमण एवं बीमारी की वजह से हो रही है। ऑक्सीजन की कमी की वजह से मरीजों की मृत्यु की बात बिल्कुल भ्रामक है।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में बीते 14 मार्च से ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजोें की संख्या में लगातार वृद्धि होने से ऑक्सीजन खपत भी बढ़ी है। 14 मार्च की स्थिति में राज्य में ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मात्र 197 मरीजों के लिए 3.68 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता थी, जो आज 15 अप्रैल की स्थिति में बढ़कर 110.30 मीट्रिक टन हो गई है। 15 अप्रैल की स्थिति में ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों की संख्या 5 हजार 898 है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में पी.एस.ए. ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट की संख्या कुल 27 है, इनके द्वारा रोजाना 176.92 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस का उत्पादन किया जा रहा है। इसके अलावा राज्य के दो लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन मैन्युफेक्चर्स द्वारा रोजाना 210 मीट्रिक टन एयर डेस्टीलेशन युनिट और पी.एस.ए. ऑक्सीजन जनरेट किया जा रहा है। इस प्रकार राज्य में कुल 29 प्लांट द्वारा 386.92 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का प्रोडक्शन किया जा रहा है, जबकि वर्तमान में मात्र 110.30 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस का ही उपयोग ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों के लिए हो रहा हैं.