प्लास्टिक थैलियां खाने से मवेशियों की जान खतरे में

कोरबा 14 अप्रैल। लाख समझाइश के बावजूद प्लास्टिक थैलियों का उपयोग लोक कर रहे हैं और यहां वहां फेंक रहे हैं। इनके साथ अनुपयोगी भोजन होने से मवेशि इसके प्रति आकर्षित होते हैं। भोजन के साथ यह थैली उनके शरीर का हिस्सा बन रही हैं इससे मवेशियों की जान का खतरा पैदा हो रहा है।

स्वच्छता के मामले में कोरबा को एक नंबर दर्जा दिलाने के लिए नगर पालिक निगम प्रयास कर रहा है। इसके अंतर्गत कई प्रकार के काम कर रहे हैं। इसके ठीक उल्टे लोगों में जनजागृति का स्तर उतना नहीं आ सका हैए जिसकी अपेक्षा की जा रही थी। अभी भी विभिन्न स्थानों पर प्लास्टिक की थैलियों और अपशिष्ट को यहां वहां फेकने का सिलसिला जारी है। कोरबा के महानदी कांप्लेक्स के सामने आसपास के लोग तरीके से अनुपयोगी सामान फेंकने के साथ स्वच्छता अभियान का बेड़ा गर्क कर रहे हैं। प्लास्टिक थैलियों और इसमें अपशिष्ट के प्रति मवेशियों का आकर्षण कुछ इस कदर है कि इसे लेकर लोग चिंतित नजर आते हैं। मौके पर मौजूद तस्वीर से नजर आता है कि भोजन के चक्कर में खतरनाक प्लास्टिक थैलियां मवेशियों के अंदरूनी हिस्से तक पहुंच रही हैं जो एक स्थिति के बाद उनके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। स्थानीय लोगों ने इस बात पर चिंता जाहिर की। उन्होंने बताया कि जो भी लोग इस तरह नियम का उल्लंघन कर रहे हैं और यहां वहां अपशिष्ट फेकने में जुटे हुए हैं उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाने चाहिए। समय-समय पर ऐसे मामलों को लेकर नगर पालिक निगम का अमला कार्रवाई करता है । 10 दिन के लिए किए गए लॉकडाउन में एक तरह से नियमों से खिलवाड़ करने वालों को अघोषित छूट मिल गई है। इसलिए नगर निगम की टीमों को ऐसे विषय पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि मवेशियों की जान पर मंडरा रहे खतरे को टाला जा सके।

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