IPS ए. सतीश गणेश वाराणसी के पहले पुलिस कमिश्नर बनाये गये, प्रारंभिक शिक्षा कोरबा से ग्रहण की
■ नरेन्द्र मेहता
उत्तर प्रदेश शासन द्वारा वाराणसी के पहले पुलिस कमिश्नर के पद पर तैनात किये गये आईपीएस ए. सतीश गणेश ने शनिवार को यहां अपना कार्यभार संभाल लिया। पदभार ग्रहण करने से पूर्व उन्होंने काल भैरव, बाबा काशी विश्वनाथ और संकटमोचन का दर्शन पूजन करआशीर्वाद लिया.बातचीत करते हुए पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कानून का सही अनुपालन करना और अधिकार का पूरा उपयोग करना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.उन्होंने कहा कि वाराणसी महत्वपूर्ण शहर है। यहां तमाम चुनौँतियां भी है। पर्व एवं त्यौहार निकट है इन परिस्थितियों से निबटना चुनौतीपूर्ण कार्य है लेकिन हर परिस्थिति का डंट कर सामना किया जायेगा और हम उस स्थिति से पार पाने में सफल भी होगे। उन्होने बतायाकि कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के बाद कई अधिकार भी हमें मिले है जो अब तक दूसरे अधिकारियों के पास निहित था। हम उन अधिकारों का सही उपयोग करेंगे
बातचीत के दौरान पुलिस कमिश्नर का कहा कि एक ईमानदार कोशिश सौ झुठे वादो से बेहतर है। मैं काम में विश्वास रखता हूं और अपने कार्य को पूरी ईमानदारी, कर्तब्यनिष्ठा तथा सरकार की मंशा के अनुरूप करने में विश्वास रखता हूं। झूठे वादों में विश्वास नहीं रखता। 1996 बैच के आईपीएस ए. सतीश गणेश अब तक आगरा में एडीजी/आईजी रेंज के पद पर तैनात थे।
कंप्यूटर साइंस से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले ए. सतीश गणेश की प्रारंभिक शिक्षा कोरबा में हुई मूल रूप से बिलासपुर के रहने वाले हैं। इससे पहले वर्ष 2012 में ए. सतीश गणेश वाराणसी में डीआईजी रेंज के पद पर तैनात रह चुके हैं। ए. सतीश गणेश की गिनती उत्तर प्रदेश केतेजतर्रार, ईमानदार और समय के पाबंद पुलिस अफसरों में की जाती है।
ज्ञात रहे कि लखनऊ और नोएडा के बाद बृहस्पतिवार की रात प्रदेश सरकार ने वाराणसी और कानपुर में भी पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम को मंजूरी दी थी। इसी के तहत अब वाराणसी में आईपीएस ए. सतीश गणेश को पुलिस कमिश्नर के पद पर तैनात किया गया है वाराणसी लगभग 40 लाख से ज्यादा की आबादी वाला प्रदेश और देश का एक महत्वपूर्ण जनपद है। उलेखनीय हैं कि
वाराणसी शहर की पांच सर्किल कोतवाली, कैण्ट, भेलूपुर, चेतगंज और दशाश्वमेघ पुलिस कमिश्नर के अधीन होगी। इन सर्किलों से सम्बन्धित सभी थाने पुलिस कमिश्नर के अधीन होगे। शहरी क्षेत्र की 80 प्रतिशत आबादी और ग्रामीण क्षेत्र की 20 प्रतिशत आबादी पर पुलिस कमिश्नरेट का नियंत्रण होगा। पुलिस कमिश्नर के अधीन कुल तीन दर्जन राजपत्रित अधिकारी होगे। इसमें दो डीआईजी स्तर के अधिकारी होंगे। इसी तरह दो पुलिस अधीक्षक पुलिस कमिश्नरेट के अधीन कार्य कर करेंगे। इसके अलावा कुछ अपर पुलिस अधीक्षकों और पुलिस उपाधीक्षकों समेत अन्य अधिकारियों की भी जल्दी ही नियुक्ति हो जायेगी।
परिचय
ए. सतीश गणेश
पुलिस आयुक्त, वाराणसी
मूल निवासी– दक्षिण भारत (पालन-पोषण, विलासपुर- छत्तीसगढ़)
प्रारम्भिक शिक्षा– कोरबा (छत्तीसगढ़)
उच्च शिक्षा- इंजीनियरिंग (इंदौर,मध्यप्रदेश)
पहली नियुक्ति- लार्सन एण्ड टुब्रो (मुम्बई-दो वर्ष)
पहले प्रयास में – सिविल सर्विसेज में चयन (चेन्नई)
भारतीय पुलिस सेवा में– 1996 में चयन
नियुक्तियां– पुलिस अधीक्षक, चित्रकूट, अयोध्या, पुलिस अधीक्षक इंटलिजेंस, संयुक्त राष्ट्र के मिशन पर कोसवों में नियुक्ति, एसएसपी- गौतमबुद्घ नगर, मथुरा और झांसी, 2012 में डीआईजी वाराणसी, डीजीपी मुख्यालय लखनऊ, डीआईजी कानून व्यवस्था (लखनऊ), आईजी जोन (लखनऊ), पीएसी, आईजी आगरा और अब पुलिस आयुक्त वाराणसी।
प्राथमिकता- अधिकार का सही उपयोग करना, कानून का राज स्थापित करना, पुलिसिंग में सुधार, आम जनता की कसौटी पर खरा उतारना और वाराणसी शहर की यातायात व्यवस्था में अमूलचूर परिवर्तन करना, अपराधियों के खिलाफ कड़े कदम उठाना।