कोयला कर्मियों का महंगाई भत्ता बढ़ कर हुआ 28.3 फीसदी
कोरबा 15 मार्च। कोयला कर्मियों को मिलने वाले परिवर्तनशील महंगाई भत्ता वीडीए को बढ़ा कर 28.3 फीसद कर दिया गया। इससे कर्मियों को न्यूनतम 580 तो अधिकत ढाई हजार रूपये अतिरिक्त मिलेगा। वहीं अधिकारियों के वीडीए पर पिछले दस माह से लगी रोक अभी तक नहीं हट सकी है।
कोरोना संक्रमण काल की वजह से साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल समेत कोल इंडिया की अन्य आनुषांगिक कंपनी में कोयला अधिकारियों को वीडीए में रोक लगा दी गई थी। इससे अधिकारियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। कर्मचारियों के भी वीडीए में रोक लगाने की कोशिश प्रबंधन ने की थी, पर विरोध की वजह से निर्णय वापस लेना पड़ा। इससे कोयला कर्मियों को नियमित समय पर वीडीए का लाभ मिल रहा है। माह मार्च से लागू होने वाले वीडीए की नई दर प्रबंधन ने लागू कर दी है। अभी तक कर्मियों को 26.1 फीसद महंगाई भत्ता मिल रहा था, पर अब इसे बढ़ा कर 28.3 फीसद कर दिया गया। यानी 2.2 फीसद की बढ़ोत्तरी की गई। नई दर मार्च 2021 से लागू हो चुकी है। कोल इंडिया के महाप्रबंधक अजय कुमार चौधरी ने सर्कुलर जारी कर नई दर एक मार्च से 31 मई तक के लिए लागू किया है। मार्च माह के वेतन के साथ ही वीडीए की नई दर के मुताबिक कर्मियों को अतिरिक्त राशि वेतन के साथ भुगतान किया जाएगा। अभी तक दिसंबर माह से लागू वीडीए के मुताबिक राशि प्रदान की जा रही थी। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि कोयला कर्मियों को उनके बेसिक के आधार पर वीडीए का आंकलन किया जाता है। इसलिए ग्रेड अनुसार राशि निर्धारित होती है और इसका भुगतान वेतन के साथ किया जाता है। अधिकारियों का वीडीए नहीं बढ़ने पर आल इंडिया एसोसियेशन आफ कोल एक्जीक्यूटिव के संयोजक पीके सिंह राठौर ने कहा कि अधिकारियों के वीडीए को पुनः चालू करने पर प्रबंधन को विचार कर जल्द निर्णय लिया जाना चाहिए।
एटक के वरिष्ठ नेता दीपेश मिश्रा का कहना है कि कोल इंडिया में प्रत्येक तीन माह वीडीए का निर्धारण किया जाता है। बढ़ती हुई महंगाई के आधार पर यह बढ़ोत्तरी कम है, इसमें अधिक इजाफा किया जाना चाहिए था। एसईकेएमसी के केंद्रीय अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह का कहना है कि कोल कर्मी लगातार जोखिम भरा काम करते हैंए इसका पूरा लाभ उन्हें मिलना चाहिए। प्रबंधन को कम से कम पांच फीसद बढोत्तरी करना चाहिएए ताकि महंगाई के अनुसार उन्हें लाभ मिल सके। इससे कर्मी उत्साहित होकर काम कर उत्पादन बढ़ाएंगे।