ओवर स्पीड गाड़ियों को यातायात पुलिस ने पकड़ा
अंबिकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलाया जांच अभियान
कोरबा 15 मार्च। हाइवे पर बेलगाम गति से भागती गाड़ियों की रफ्तार कब हादसे में बदल जाए, कहना मुश्किल है। इस रफ्तार ने बेवक्त अनेक जानें ली हैं। इस अनियंत्रित दौड़ पर लगाम के साथ सड़क के पैमाने में बढ़ते मौत के ग्राफ पर अंकुश लगाना जरूरी हो जाता है। यही जरूरत महसूस करते हुए कटघोरा-अंबिकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जांच अभियान चलाया गया। राडार गन से लैस जिले की यातायात पुलिस ने अधिकतम 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के लिए निर्धारित इस मार्ग पर 75 की तेजी से दौड़ लगाती ओवर स्पीड गाड़ियों को पकड़ा।
जिले की सड़कों पर अनियंत्रित रफ्तार बढ़ते सड़क हादसों की एक बड़ी वजह है। खासकर कोरबा से पड़ोसी जिला जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर या अंबिकापुर की ओर जाने वाले मार्ग पर व्यस्तता कहीं ज्यादा देखी जाती है। कटघोरा-कोरबा व चांपा मार्ग पर सबसे ज्यादा ऐसे हादसे दर्ज किए गए हैं, जहां मोटर-गाड़ियों की तेज गति ने बेवक्त अनेक जाने ली। स्पीड राडार गन मशीन की मदद से ओवरस्पीड गाड़ियों को हाईटेक तरीके से पकड़ने की सुविधा का इस्तेमाल शुरू करते हुए जिले की यातायात पुलिस ने रविवार को कटघोरा-अंबिकापुर मार्ग पर अभियान चलाया। इस दौरान अनेक ऐसे वाहन राडार की रेंज में आए, जिनकी गति तय पैमाने से डेढ गुना अधिक थी। कई बार इन वाहनों की ओवरस्पीड डेंजर प्वाइंट पर सड़क से गुजरने वाले अन्य राहगीरों के लिए जानलेवा साबित हो जाती है। कार्रवाई के दौरान यातायात प्रभारी निरीक्षक पौरुष पुर्रे एवं यातायात सूबेदार भुनेश्वर कश्यप अपनी टीम के साथ मौजूद रहे।
चकचकवा पहाड़ के पास 40 पर चालान ठोंकाः-पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के निर्देश पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर उतरी टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। स्पीड राडार गन में ओवर स्पीड वाले 40 वाहन डिटेक्ट हुए, जिनका मौके पर चालान किया गया। यातायात प्रभारी पौरुष पुर्रे अपनी टीम के इस मार्ग के एंट्री पाइंट चकचकवा पहाड़ के पास जांच कार्रवाई की। यहां पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा 50 किलोमीटर प्रति घंटा थीए लेकिन सड़क पर अनेक वाहन 75 किलोमीटर प्रति घंटे की तीव्र रफ्तार पर दौड़ लगाते पाए गए। स्पीड राडार गन में डिटेक्ट ऐसे वाहनों को पाइंट लगाकर पकड़ा गया।