श्रीलंका में बुर्का पहनने पर प्रतिबंध, 1 हजार से अधिक इस्लामिक स्कूलों को बंद कराया जाएगा
श्रीलंका में अब बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा और 1 हजार से अधिक इस्लामिक स्कूलों को बंद करा दिया जाएगा। सरकार के इस कदम से यहां के अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय पर असर होगा। पब्लिक सिक्योरिटी मंत्री सरत विरासेकेरा ने एक न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी।
उन्होंने शुक्रवार को एक पेपर पर हस्ताक्षर किया था जिसमें मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले बुर्का पर प्रतिबंध लगाने की मंजूरी दी गई है। यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के तहत लिया गया है। श्रीलंका के अलावा भी दुनिया के कई सारे देश बुर्के पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। कुछ दिन पहले ही स्विट्जरलैंड ने भी जनमत संग्रह कर बुर्के के पहनने पर प्रतिबंध लगाया था। अप्रैल, 2019 में बौद्ध बहुल श्रीलंका में चर्चों और होटलों को निशाना बनाकर आतंकी हमले हुए थे। इसमें 250 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। इस वारदात के बाद बुर्का पहनने पर अस्थायी रोक लगा दी गई थी। इसके बाद नवंबर, 2019 में गोटाबाया राजपक्षे राष्ट्रपति निर्वाचित हुए।
उन्होंने चुनाव में कट्टरपंथ पर कार्रवाई करने का वादा किया था। गोटाबाया ने रक्षामंत्री रहते देश से उग्रवाद का सफाया करने में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि गृहयुद्ध के दौरान गोटाबाया पर मानवाधिकार उल्लंघनों के आरोप भी लगाए गए थे, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ करने से इन्कार किया है। स्विट्जरलैंड ने एक हफ्ते पहले सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का और नकाब पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया था। फ्रांस और बेल्जियम में भी इस तरह के पहनावे पर रोक है। इनके अलावा आस्ट्रिया, नीदरलैंड और डेनमार्क जैसे यूरोपीय देश भी बुर्का पर रोक लगा चुके हैं।