शहर में पांच व्यस्ततम रेलवे फाटक, रेल बजट में न अंडर ब्रिज और न ही ओवर ब्रिज मिला

कोरबा 13 फरवरी। रेलवे बोर्ड ने 6 साल पहले सभी रेलवे क्रॉसिंग पर अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज बनाकर फाटक बंद करने की योजना बनाई थी। इसमें शहर के 3 रेलवे फाटक शामिल किए थे, लेकिन अब तक इसके लिए रेलवे की ओर से किसी तरह की कवायद नहीं हो रही है। 2 माह पहले दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे उपभोक्ता सलाहकार समिति की वर्चुअल बैठक में भी सदस्यों ने डीआरएम आलोक सहाय से अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज की मांग रखी थी। डीआरएम ने आश्वासन भी दिया था। बावजूद इसके रेल बजट में इसके लिए स्वीकृति ही नहीं मिली, जबकि कोरबा में कोयला लदान के लिए मालगाड़ियों का परिचालन अधिक है। शहर के स्टेशन से कोयलाचंल क्षेत्र कुसमुंडा, सुराकछार, जूनाडीह, गेवरा साइडिंग तक 24 घंटे मालगाड़ियों की आवाजाही होती है। इस कारण शहर के बीच गुजरे कोरबा गेरवा रोड रेलवे ट्रैक पर हर 10वें मिनट पर 1 मालगाड़ी गुजरती है। इसलिए इस दौरान रेलवे फाटक बंद रहते हैं। इससे आवाजाही करने वाले वाहन चालक फ ाटक पर फंस जाते हैं। कई मौके पर दोनों ओर के रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ी गुजरने से फाटक 15.20 मिनट तक बंद रहते हैं। ऐसे में जाम लग जाता है, जहां वाहन चालकों को फंसना भी पड़ता है।

कोरबा रेलवे स्टेशन से कोयला ढुलाई के लिए शहर के दो हिस्से में रेलवे ट्रैक बिछा है। गेवरा रोड ट्रैक के जरिए खदानों से कोयला रेलवे स्टेशन तक पहुंचता है। वहीं स्टेशन से टी पी नगर व सीएसईबी क्रॉसिंग होते पावर प्लांट तक कोयला भेजा जाता है। गेवरा रोड ट्रैक की तरह ही टी पी नगर-सी एस ई बी ट्रैक पर मालगाड़ी का दबाव रहता है। इस दिशा में हर आधे घंटे में मालगाड़ी गुजरता था, लेकिन बिजली कंपनी का पुराना पावर प्लांट बंद होने से 3 ट्रैक में अब 1 ट्रैक पर मालगाड़ी का परिचालन नहीं हो रहा है, जिससे इन क्रॉसिंग से आवाजाही करने वालों को कुछ राहत जरूर मिली है।

रेलवे ने वर्ष 2014 में अंडर व ओवर ब्रिज बनाकर फाटक बंद करने की योजना के लिए सर्वे कराया था। इसमें कोरबा स्टेशन के ईस्ट केबिन के पास स्थित इमलीडुग्गू रेलवे क्रॉसिंग, वेस्ट केबिन की ओर संजय नगर सुनालिया समपार क्रॉसिंग और कुसमुंडा के इमलीछापर क्रॉसिंग को चिन्हित किया था। इसके बाद अब तक उक्त योजना फाइल में दबी है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे उपभोक्ता सलाहकार समिति के सदस्य हरीश परसाई ने कहा कि रेलवे कोरबा से कोयला परिवहन को ज्यादा महत्व देता है। जनसुविधा को भूल गया। रेलवे ट्रैक से शहर दो भाग में बंट गया है। 1 से 2 किमी में 5 रेलवे फाटक है, जिससे शहरवासियों को परेशानी होती है। इन फाटक में ओवर ब्रिज और अंडर ब्रिज का निर्माण करना चाहिए। इसकी मांग समय-समय पर प्राथमिकता के साथ रेलवे के समक्ष रखी जाती है।

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