सांसद प्रतिनिधि ने की शिकायत, एसईसीएल बुड़बुड़ प्रबंधन की निकली हेकड़ी, जनअपेक्षा और सर्वहित का ध्यान रख कार्य करने दिलाया भरोसा

कोरबा 10 फरवरी। जिले में एस ई सी एल की सरायपाली परियोजना अंतर्गत बुड़बुड़ स्थित खुली खदान में लगातार किये जा रहे हैवी ब्लास्टिंग से हो रहे हानि को लेकर सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा द्वारा पाली थाने में लिखित शिकायत देकर एसईसीएल प्रबंधन पर अपराध दर्ज करते हुए ब्लास्टिंग पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई थी।जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए खदान में ब्लास्टिंग कार्य बंद करा दिया गया था वही सांसद प्रतिनिधि के शिकायत में प्रबंधक के खिलाफ अपराध दर्ज किए जाने मांग के बाद बुड़बुड़ खान प्रबंधक के भी हाथ- पांव फूल गए और सारी हेकड़ी निकल गई जिसके बाद एसईसीएल द्वारा सांसद प्रतिनिधि श्री मिश्रा को भेजे गए अपने पत्रव्यवहार में भरोसा दिलाया है कि निर्धारित मापदंड के अनुसार ही अब ब्लास्टिंग और कोयला उत्खनन का कार्य किया जाएगा ताकि जिससे पर्यावरण अथवा अन्य किसी को कोई भी क्षति या नुकसान न पहुंचे।

विदित हो कि एसईसीएल बुड़बुड़ खदान में हैवी ब्लास्टिंग का सहारा लेकर ओवरबर्डन का कार्य किया जा रहा था जिससे पाली सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्र बुरी तरह से थर्राया हुआ था और घरों की दीवारों में गहरी दरारें भी आने लगी थी जिससे ग्रामीण दहशतजदा थे।इसके अलावा उक्त हैवी ब्लास्टिंग से पाली में 11वी सदी में निर्मित ऐतिहासिक एवं पुरातत्विक शिवमंदिर के अस्तित्व पर भी खतरा मंडराने लगा था।एसईसीएल द्वारा प्रारंभ से ही अपनाए जा रहे मनमाने एवं अड़ियल रवैये के विरुद्ध कोरबा सांसद प्रतिनिधि, दिग्गज नेता व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संयुक्त महासचिव प्रशांत मिश्रा ने बीते बुधवार 03 फरवरी को पाली थाना प्रभारी निरीक्षक लीलाधर राठौर को लिखित शिकायत सौंपते हुए बुड़बुड़ खान प्रबंधन पर अपराध दर्ज कर उचित कार्यवाही के साथ ही हैवी ब्लास्टिंग तत्काल बंद कराए जाने मांग किया गया था।जिसके बाद हरकत में आए एसईसीएल क्षेत्रीय प्रबंधक ने तत्सम्बन्ध में स्पस्टीकरण देते हुए श्री मिश्रा को (पत्र क्र secl/कोरबा /सरईपाली/ खा. न./ 2021/ 1138/दि.06-02-2021) प्रेषित कर जानकारी दी है कि एसईसीएल परियोजना प्रभावित किसान काश्तकारों की समस्या का विधिवत तरीके से निराकरण हेतु प्रतिबद्ध है।भारत सरकार गाईड लाइन के अनुसार 500 मीटर के अंतर्गत सराईपाली परियोजना में ब्लास्टिंग से संबंधित सावधानियां ली जा रही है।ब्लास्टिंग से आपकी आशंका और संभावित क्षति नहीं होने देने के लिए एसईसीएल प्रबंधन द्वारा संवैधानिक वैज्ञानिक विशेषज्ञों द्वारा ब्लास्टिंग के प्रभाव के अध्ययन हेतु प्रस्ताव प्रेषित कर दिया गया है।एसईसीएल ने श्री मिश्रा को भरोसा दिलाया कि वर्तमान में आपकी जनभावना और क्षेत्र की चिंता को ध्यान में रखते हुए ओबी बलास्टिंग निचले स्तर पर और कोयला उत्खनन बिना ब्लास्टिंग किये आधुनिक तकनीक से कोयला कटिंग सरफेस माइनर से कार्य किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा ने वर्ष 2018 में पुरातत्व विभाग रायपुर मंडल को इस संबंध में पत्र लिखकर हैवी ब्लास्टिंग के सम्बंध में जानकारी दी थी।जिसके परिपेक्श्य में अधीक्षण पुरातत्विद मंडल रायपुर के द्वार एस ई सी एल मुख्यालय बिलासपुर को पत्र क्रमांक फ़ा स.13-1/15 (05)/ 17-18/टी एस/687 दिनांक 25 /05/2018 प्रेषित कर ऐसे कार्यों का क्रियान्वयन नहीं करने के निर्देश दिए थे।जिसे धत्ता बताते हुए एसईसीएल के प्रबंधन द्वारा आदेश को दरकिनार कर अपनी मनमानी जारी रखे हुए हैं जिसे लेकर क्षेत्र में असंतोष और आक्रोश व्याप्त है।

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