एक वाक्य में की पांच गलतियां, बनना चाहते हैं बिहार का मुख्यमंत्री
नईदिल्ली 26 जनवरी। चारा घोटाले में जेल की सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव इस वक्त स्वास्थ्य कारणों से दिल्ली के एम्स में भर्ती हैं. लालू यादव की रिहाई को लेकर आरजेडी ने प्रयास तेज कर दिए हैं. इसी क्रम में सोमवार को लालू यादव के बेटे तेजप्रताप ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी. उनकी एक लाइन की यह चिट्ठी अब चर्चा का विषय बनी हुई है. इसकी वजह है एक लाइन की चिट्ठी में दिखने वाली गलतियां. खास बात यह कि इस चिट्ठी में लालू यादव का नाम भी गलत लिखा है.
दरअसल तेजप्रताप ने आने पिता को जेल से रिहा करवाने के लिए राष्ट्रपति से गुहार लगाई है. अपनी इस मुहिम का पहला पत्र तेजप्रताप यादव ने खुद लिखा. पोस्टकार्ड पर लिखे एक पंक्ति के पत्र में कई गलतियां हैं. हद ये कि तेजप्रताप अपने पिता लालू प्रसाद यादव का नाम भी सही से नहीं लिख पाये. तेज प्रताप यादव के एक लाइन के पत्र में कम से कम पांच गलतियां हैं. लालू को लालु लिखा गया है. वहीं मसीहा, वंचित, गरीबों, मूल्यों जैसे शब्द भी शुद्ध नहीं लिखे गये हैं.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की रिहाई के लिए सोशल मीडिया पर आरजेडी कार्यकर्ता आवाज उठा रहे हैं. इसी बीच लालू यादव की बेटी रोहिणी यादव ने भी राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने महामहिम को चिट्ठी लिख कर लालू यादव की रिहाई के लिए निवेदन किया है.
आपको बता दें कि लालू यादव को बीते दिनों एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा गया. उनके साथ पत्नी राबड़ी देवी, बेटी डॉ मीसा भारती और बेटे तेजस्वी भी साथ गए. झारखंड के रिम्स राज्यस्तरीय बोर्ड की बैठक में उन्हें एम्स भेजने का फैसला लिया गया. कई तरह की बीमारियां और निमोनिया होने के कारण उन्हें एम्स भेजा गया.