अपना मोबाइल नम्बर शेयर करने से पहले जरूर सोंचे
दोस्तो जो ठगी का शिकार हो चुके हैं उनके मन में भी आता होगा कि इन अपराधियों के पास लोगों के मोबाइल नंबर आते कहां से हैं। ‘हम जब भी शॉपिंग मॉल जाते हैं या ऑनलाइन किसी वेबसाइट पर कोई इनक्वॉयरी करते हैं तो अकसर हमसे हमारा मोबाइल नंबर मांगा जाता है और हम एक पल भी सोचे बिना अपना मोबाइल नंबर दे देते हैं। सबसे पहले हमें इस आदत को बदलना होगा। कहीं शॉपिंग मॉल या दुकान पर सेल्समैन आपसे आपका नंबर मांगे, तो उससे पूछें कि उसे आपका नंबर क्यों चाहिए!
‘ठगों को आपका नंबर जरूर किसी न किसी कंपनी से ही मिलता है, जो डेटा बेचती हैं। ऐसी कई कंपनियां हैं, जो कुछ पैसों के बदले लोगों की पर्सनल जानकारी इन ठगों के हाथों बेच देती हैं।’ ‘बैंक कभी भी आपको केवाईसी या अकाउंट से अपडेट के लिए काल नही करता सबसे पहले यह चीज समझनी होगी हमें।’
फोन पर आकर्षक ऑफर का मेसेज, मतलब ठगी की घंटी
कई बार लोग आकर्षक ऑफर जैसे- लाखों की लॉटरी, फ्री कार आदि के लालच में आकर फोन पर आए मेसेज का रिप्लाई करते हैं या कॉल करते हैं। कभी उनके पास ऐसे ऑफर के लिए कॉल आए तो झट से उस पर विश्वास कर लेते हैं। ‘हमें समझना होगा कि आज के समय में मुफ्त कुछ नहीं मिलता। खासतौर पर ऐसे ऑफर्स से हमेशा सतर्क रहना चाहिए, जो आपको भी लगता हो कि अविश्वसनीय हैं और ऐसे कौन मुफ्त में इतने पैसे और कार दे देगा।’
इस तरह की कॉल्स और मेसेज से हमेशा रहें सतर्क
-अगर कोई कहे कि वह बैंक से बोल रहा है, तो तुरंत फोन रख दें। चाहें तो उससे कह दें कि आपका अकाउंट ब्लॉक है तो आप खुद ही बैंक में कॉल कर लें या ब्रांच चले जाएगे।
सावधान रहें सुरक्षित रहे