मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिले वासियों को दी बड़ी सौगातें, अजगरबहार और बरपाली बनेंगे तहसील
- कोरबा मेडिकल काॅलेज का नामकरण पूर्व विधायक स्व. श्री बिसाहू दास महंत के नाम पर होगा
- अशोक वाटिका को ऑक्सीजोन बनाने 10 करोड़ राशि की घोषणा
- इंदिरा स्टेडियम में स्पोट्र्स एकेडमी की मंजूरी
- भैंसमा काॅलेज का नामकरण श्री प्यारेलाल कंवर के नाम पर होगा
कोरबा 04 जनवरी 2021. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरबा प्रवास के दौरान जिलेवासियों को विभिन्न सौगातें दी है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कोरबा जिले में 836 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने कोरबा जिला के लोगों के विकास और समृद्धि के लिए विभिन्न घोषणाएं भी की। मुख्यमंत्री ने कोरबा के घण्टाघर मैदान स्थित ओपन आडिटोरियम में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए क्षेत्र के लोगों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर अजगरबहार और बरपाली को तहसील बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कोरबा स्थित मेडिकल काॅलेज का नामकरण पूर्व विधायक स्व. श्री बिसाहू दास महंत के नाम पर करने की घोषणा की। उन्होंने कोरबा शहर स्थित अशोक वाटिका उद्यान को ऑक्सीजोन के रूप में विकसित करने 10 करोड़ रूपए की राशि देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने भैंसमा स्थित महाविद्यालय का नामकरण श्री प्यारेलाल कंवर के नाम पर करने की घोषणा की। कोरबा शहर में स्थिति इंदिरा स्टेडियम में स्पोट्र्स एकेडमी बनाने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरबा के घण्टाघर मैदान स्थित ओपन थियेटर में आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुए कोरबा जिलेवासियों को विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने जिलेवासियों को 836 करोड़ रूपए से अधिक के 883 कार्यों का भूमिपूजन, लोकार्पण तथा सामग्री वितरण का सौगात दिया। उन्होंने विकास कार्यों की बधाई देते हुए जिलेवासियों को कहा कि जिले में बनने वाले विभिन्न नए सड़कों के बन जाने से लोगों को आने-जाने की सुविधा में बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा एफसीआई में चांवल जमा करने की अनुमति नहीं देने से धान खरीदी की व्यवस्था में व्यवधान आ गया था। मुख्यमंत्री ने बताया कि 03 जनवरी को केन्द्र सरकार द्वारा 26 लाख मीट्रिक टन चांवल जमा करने की अनुमति दी गई है। अनुमति मिलने से धान खरीदी बिना किसी परेशानी के किसानों से होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के हित के लिए किसानों को 10 हजार रूपए प्रति एकड़ देने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरू किया गया है। किसानों को तीन किश्त में राशि उनके खातों में दे दिया गया है। चैथी किश्त की राशि इस वित्तीय वर्ष के खत्म होने से पहले किसानों के खाते में पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना से प्रोत्साहित होकर सरकार से डेढ़ गुना धान बेचने वाले किसानों की संख्या में वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान राज्य शासन की योजनाओं से निश्चित रूप से लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांधी जी के सुराजी गांव परिकल्पना को सिद्ध करते हुए राज्य शासन किसानों के हित के लिए योजना बना रही है। गोधन न्याय योजना से किसान गोबर बेचकर मोटर साईकल की खरीदी कर रहे हैं।
उन्होंने महोरा स्थित गौठान में संचालित आजीविका संवर्धन के कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गौठान में महिलाएं गोबर बेचकर लाभ कमाने के साथ वर्मी कम्पोस्ट बनाकर भी आर्थिक स्वावलंबी हो रही है। शासन द्वारा 7400 गौठान स्वीकृत किए गए हैं। 4700 गौठान निर्मित हो चुके हैं तथा 11 हजार पंचायतों में गौठान स्थापित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि गौठान में महिलाएं मुर्गी पालन, सब्जी की खेती, मशरूम उत्पादन, वर्मी खाद उत्पादन करके लाभ कमा रहीं हैं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने युवाओं को रोजगार देने की बात में भी शासन को सहयोगी बताया। उन्होंने कहा कि युवाओं को नौकरी देने के लिए शिक्षक भर्ती, पुलिस भर्ती, सहायक प्राध्यापक तथा विभिन्न विभागों में होने वाले रिक्त पदों में रोजगार देने की शासन की योजना है। उन्होंने बेरोजगार इंजीनियरिंग किए हुए विद्यार्थियों को 20 लाख तक के निर्माण कार्य में ई-क्लास पंजीकरण करके रोजगार देने की बात कही।