हमें इस महाकुम्भ से दुनिया को एकता का संदेश देना है- योगी आदित्यनाथ

प्रयागराज। महाकुंभ के बीच तीर्थराज प्रयाग में आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने संतों एवं धर्माचार्यों की महासभा में शिरकत की। जहां इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए योगी सनातन धर्म को लेकर खुलकर और जमकर बोले। सीएम योगी ने कहा कि, सनातन धर्म एक विराट वट वृक्ष है, इसकी तुलना किसी झाड़-झंखाड़ से नहीं करनी चाहिए। वहीं योगी ने कहा कि, सनातन धर्म पर संकट आएगा तो फिर भारत के अंदर कोई भी पंथ और संप्रदाय अपने आप को सुरक्षित महसूस न करे।

सीएम योगी ने कहा, ”एशिया के जिन भी देशों में भारत का सनातन धर्म पहुंचा है, भारत की सनातन संस्कृति पहुंची है। वहां सनातन से जुड़े भारत के आदर्श और मूल्यों ने वहां के समुदाय को अपनी ओर आकर्षित करने का काम किया है। आज दुनिया के तमाम ऐसे देश हैं जहां लोग राम-कृष्ण और बुद्ध की परंपरा को स्वीकार कर रहे हैं और गौरव महसूस कर रहे हैं। आज भी इंडोनेशिया में जब लोगों से कोई पूछता है कि उनके पूर्वज कौन हैं तो वे राम का नाम लेते हैं।

सीएम योगी ने आगे कहा कि, आज सनातन के प्रति दुनिया में जितना सकारात्मक माहौल है, उतनी ही चुनौती भी है। हमें हमेशा यह याद रखना होगा कि, सनातन धर्म एक विराट वट वृक्ष है, इसकी तुलना किसी झाड़-झंखाड़ से नहीं करनी चाहिए। छोटेपन से नहीं करनी चाहिए। क्योंकि दुनिया के अंदर अन्य संप्रदाय हो सकते हैं, पंथ हो सकते हैं, उपासना विधि हो सकती है। लेकिन धर्म तो सिर्फ एक ही है और वह सनातन धर्म। यही मानव धर्म भी है।

महाकुंभ में आएंगे 45 करोड़ लोग, दुनिया हैरान है

सीएम योगी ने कहा कि, पिछले 10 दिनों के अंदर महाकुंभ के संगम में 10 करोड़ से ज्यादा लोग स्नान कर चुके हैं और आने वाले 35 दिनों में यह संख्या 45 करोड़ तक पहुंचेगी। दुनिया के अंदर ऐसे कितने देश हैं, जो 45 करोड़ लोगों को एक अस्थाई सिटी में बुलाकर जोड़ने का संदेश दे रहे हों। साथ ही उन सबको दो बार का पर्याप्त भोजन भी मिल रहा हो। ऐसा केवल सनातन धर्म में ही हो सकता है। यह सनातन धर्म की ताकत है और यही ताकत है हमारे पूज्य संतों की। यहां कोई जाति, कोई पंथ व संप्रदाय और नाम नहीं पूछता है।

सनातन धर्म पर संकट आएगा तो फिर…

सीएम योगी ने कहा कि, भारत के अंदर विभिन्न पंथ-संप्रदाय के लोग भले ही अलग-अलग उपासना विधि रखते हों लेकिन सबकी निष्ठा और आत्मा सनातन धर्म में बसती है। सनातन धर्म के विभिन्न संप्रदायों के सभी संत जब एक साथ मिलते हैं तो लगता है कि, जैसे आपस में गुरु भाई मिल रहे हों। उनमें कोई भेद नहीं है। सब एक साथ बैठते हैं। जब भी किसी संत पर संकट आता है तो हम उस वक्त संप्रदाय नहीं देखते। हम सिर्फ यही देखते हैं कि वह संत है।

सीएम योगी ने कहा कि, हमें इस महाकुंभ से दुनियाभर में एकता का संदेश देना है। इसलिए याद रखना है कि अगर भारत सुरक्षित है तो हम सब सुरक्षित हैं। भारत अगर सुरक्षित है तो हर पंथ और हर संप्रदाय सुरक्षित है और अगर भारत पर कोई संकट आयेगा तो संकट सनातन धर्म पर आएगा और अगर सनातन धर्म पर संकट आया तो फिर भारत के अंदर कोई भी पंथ और संप्रदाय अपने आप को सुरक्षित महसूस न करे। वह संकट सभी के ऊपर आएगा।

Spread the word