कोलकाता की थीम पर मनाया जा रहा दुर्गा पूजा उत्सव, इस बार पंडाल को दिया गया ट्रेडिशनल लूक

कोरबा 11 अक्टूबर। बालकोनगर के सेक्टर-3 में वर्ष 1971 से बंगाली समाज द्वारा कोलकाता की थीम पर दुर्गा पूजा उत्सव मनाया जा रहा है। हर वर्ष यहां का पंडाल आर्कषक व भव्य होता है। लेकिन इस बार 54वें वर्ष में आयोजन समिति बालको सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी ने पंडाल को भव्यता, विशेष साज-सज्जा के साथ ही ट्रेडिशनल लूक दिया है।

इसके लिए कोलकाता से एक माह पहले 20 कारीगर पहुंच गए थे। जिन्होंने बांस-बोरी का इस्तेमाल करते हुए 65 फीट ऊंची व 60 फीट चौड़ी पंडाल तैयार की। पंडाल के सामने मुख्य प्रवेश द्वार के दोनों ओर देशी जुगाड़ से फाउंटेन बनाया गया है। पंडाल के अंदर व बाहर विशेष लाइटिंग की गई है। जिससे इस बार की सजावट और पंडाल की भव्यता सभी का ध्यान अपनी ओर खींच रही है। पंडाल को शहर में सबसे ऊंचा व आकर्षक माना जा रहा है। मंगलवार को महापंचमी के अवसर पर माता दुर्गा की स्थापना की गई। इस दौरान बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार सहित बालको परिवार के सदस्यों ने देवी दुर्गा की आराधना कर बालको की उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की। बालकोनगरवासियों ने बालको सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति की ओर से स्थापित दुर्गा माता की प्रतिमा की पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही पंडाल को देखने व दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी है।

पूजा कमेटी के सचिव कृष्णा मृद्या ने बताया कि पंडाल की भव्यता के साथ ही माता की 13 फीट ऊंची मूर्ति की स्थापना की गई है। जिसे पश्चिम बंगाल से फोटो लाकर शहर के मूर्तिकारों के हाथों निर्मित कराया गया है। दो माह से मूर्तिकार निर्माण में जुटे थे। उन्होंने बताया कि पूर्व में कमेटी का संचालन समाज के बुजुर्गजन करते थे लेकिन इस बार ज्यादातर पदाधिकारी युवा है। जिनके प्रयास से भव्यता के साथ ट्रेडिशनल लूक पर पंडाल का निर्माण हुआ है।

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