कोयला कामगारों के लिए बोनस राशि का हुआ निर्धारण, पढ़ें क्या मिलेगा इस बरस
कोल कर्मियों को मिला 68500 का बोनस, 2.65 लाख कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
कोरबा 15 अक्टूबर । दुर्गा पूजा पर कोलकर्मियों को बड़ा बोनस मिला है। कर्मचारियों को कोल इंडिया के द्वारा 68,500 रूपए का बोनस देने का फैसला किया गया है। गुरुवार को सीएमपीडीआी में कोल स्टैंडराइजेशन कमेटी की नौ घंटे तक चली मैराथन बैठक में इस पर सहमति बनी।
बैठक में कोल इंडिया के अधिकारी जहां कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण मंद पड़े व्यापार का हवाला देकर पिछले साल की राशि से कम बोनस देने की बात कर रहे थे। वहीं कोल यूनियन के नेता 75 हजार रुपए की मांग कर रहे थे।
सीटू के महामंत्री डीडी रामानंद ने बताया कि पिछले वर्ष से कम बोनस लेने का सवाल ही नहीं उठता था। कोल कर्मचारियों ने कोरोना काल में भी पूरी मेहनत करके कोलया उत्पादन का शीर्ष रिकार्ड बनाया था। ऐसे में मजदूरों और कामगारों को उनका मेहनत का फल मिलना ही चाहिए था। उन्होंने बताया कि सीसीएल कर्मचारियों को उनके बोनस का पैसा 22 अक्टूबर से पहले मिल जाएगा।
वहीं पूरे कोल इंडिया में लगभग 2.65 लाख कोलकर्मी को इस बोनस का लाभ मिलेगा। सीएमपीडीआई में एआईसीटीयू के नेता अशोक यादव ने बताया कि मजदूरों ने कोल इंडिया के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुई है कि पिछले वर्ष से कम बोनस स्वीकार किया हो। कंपनी के द्वारा कोरोना का बहाना हमने सीरे से खारीज कर दिया।
हालांकि हमें इस बोनस पर संतोष है। उन्होंने कहा कि कोयला कर्मी बोनस के इंतजार में पूरे वर्ष मेहनत करते हैं। ऐसे में यूनियन का फर्ज है कि उनके हितों का ध्यान रखकर फैसला लें। सीएमपीडीआई में सुबह 11 बजे से चल रही बैठक में कोल इंडिया के कार्मिक निदेशक के साथ सभी सब्सिडियरी के कार्मिक निदेशक शामिल हुए। वहीं मजदूर यूनियन की तरफ से बीएमएस के बीके राय, एटक के रमेंद्र कुमार, सीटू के डीडी रामानंदन, एचएमएस के नाथू लाल पांडेय और ईसीएल के एसके पांडेय शामिल हुए।