बिजली समस्या को लेकर ऐतमानगर के ग्रामीण पहुंचे कलेक्टर के पास

शाम होने पर अंधेरे के आगोश में समा जाता है गांव

कोरबा 23 नवम्बर। जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में रहने वाले लोग आज भी बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहे है। बांगो के ऐतमानगर ईलाके में रहने वाले ग्रामीण दहशत के साए में जीने को मजबूर है। सौर उर्जा के सहारे घर रौशन वाले ग्रामीणों के घर रात में पूरी तरह से अंधेरा हो जाता है। हाथी प्रभावित ईलाका होने के कारण ग्रामीणों के कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। परेशान ग्रामीण अपनी समस्या लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे।

कोरबा के कलेक्ट्रेट परिसर में ग्रामीणों की नजर आ रही यह भीड़ बांगो के ऐतमानगर क्षेत्र में रहने वाले लोगों की है जो आज भी बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं की मार झेल रहे है। पहाड़ के उपर रहने वाले इन ग्रामीणों के घर सौर उर्जा से रौशन होते है। दिन के समय तो इन्हें किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता लेकिन अंधेरा होते है सौर उर्जा की ताकत समाप्त हो जाती है और पूरे घर में अंधेरा पसर जाता है। वनांचल क्षेत्र के साथ ही यह ईलाका हाथी प्रभावित क्षेत्र भी है जहां हमेशा हाथियों की आमदगी बनी रहती है। ऐसे में ग्रामीणों के सामने कई तरह की चुनौतियां बनी रहती है। समस्या के समाधान को लेकर ग्रामीण अपने बच्चों के साथ कलेक्टर के पास पहुंची और जिलाधीश से फरियाद लगाई। क्रेडा के माध्यम से ग्रामीणों के गांव में सौर प्लेटें लगाई गई है। जहां से दिन के समय में सौर उर्जा के माध्यम से उन्हें बिजली मिल जाती है लेकिन शाम होते ही सौर उर्जा की बिजली चली जाती है और उन्हें घुप्प अंधेरे में समय बिताना पड़ता है। कलेक्टर ने ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लिया है और उनका निराकरण करने का भरोसा जताया है।

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