स्थाई व ठेका कर्मियों की सुरक्षाः चिकित्सा को लेकर बीएमएस का प्रदर्शन, एसईसीएल के महाप्रबंधक के नाम सौंपा ज्ञापन

भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन, बिलासपुर ने समस्याओं को लेकर किया धरना प्रदर्शन
30 सितंबर एसईसीएल मुख्यालय में होगा प्रदर्शन

कोरबा 29 सितंबर। भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन, बिलासपुर (बीएमएस) ने स्थाई एवं ठेका कर्मचारियों की सुरक्षा, चिकित्सा, सीएमपीएफ, बोनस आदि ज्वलंत समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। तदुपरांत प्रबंधन को 17 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। चिकित्सा सुविधा- दवाइयों में भारी कमी, सीएमपीएफ में हुए घोटाले की सीबीआई जांच कर दोषियों को सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थाई कर्मियों का 1,15 करोड़ तथा एवं ठेका कर्मियों का 40 लाख का इंश्योरेंस, सेवानिवृत कर्मचारी को सीपीआरएमएस सुविधा को कैशलेस कर स्मार्ट कार्ड वितरण, कंपनी के अस्पतालों को मल्टी स्पेशलिटी बनाने, स्थाई एवं ठेका कर्मियों को अच्छी बोनस दिया जाना चाहिए। इन मुद्दों को लेकर संघ ने अध्यक्ष सह- प्रबंध निदेशक, कोल इंडिया प्रबंधन को कई पत्र लिखा था, पर प्रबंधन ने केवल आश्वासन दिया। इसलिए आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है।

धरना प्रदर्शन के कार्मिक प्रबंधक विनोद सिंह ने क्षेत्रीय महाप्रबंधक के नाम आंदोलनकारियों से ज्ञापन लिया। इसमें प्रमुख रूप से सीएमपीएफ में हुए घोटाले की सीबीआई जांच कराते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने, सीएमपीएफ को पूर्ण रूप से आनलाइन करते हुए पेंशनरों के लिए अलग से आनलाइन पोर्टल बनाने, ताकि जीवित प्रमाण पत्र एवं शिकायत सीधे सीएमपीएफ कार्यालय में भेज सकें। त्रिपक्षीय समिति की बैठक प्रत्येक माह में आयोजित करने, सेवानिवृत कर्मियों को सीएमपीएफ का भुगतान सेवानिवृत्ति के दिन करने समेत अन्य मांग शामिल है। इस दौरान टिकेश्वर सिंह राठौर, अध्यक्ष एबीकेएमएस, कोरबा क्षेत्र से अशोक कुमार सूर्यवंशी महामंत्री, दीपका क्षेत्र से अश्वनी कुमार मिश्रा अध्यक्ष एवं गेवरा क्षेत्र से प्रीतम कुमार राठौर उपाध्यक्ष, समेत सभी क्षेत्रीय अध्यक्ष, पदाधिकारी व कार्यकर्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन, बिलासपुर द्वारा दो चरण का आंदोलन किया जा चुका है। अब तीसरे चरण में 30 सितंबर को को एसईसीएल मुख्यालय, बिलासपुर के समक्ष सभी क्षेत्रों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं द्वारा धरना प्रदर्शन करते हुए मांग पत्र- ज्ञापन सौंपा जाएगा। टिकेश्वर सिंह राठौर व अशोक सूर्यवंशी ने कहा कि उक्त मांगों पर कोल इंडिया प्रबंधन एक निश्चित समय अवधि के भीतर उचित निर्णय नहीं लेता है तो, महासंघ द्वारा चरणबद्ध आंदोलनात्मक तेज करते हुए कोल इंडिया मुख्यालय, कोलकाता के समक्ष व दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर विशाल धरना प्रदान किया जाएगा।

Spread the word