एसईसीएल गेवरा जीएम एस के मोहंती ने चहेते ठेकेदार को उपकृत करने बरसात में करा दिया तालाब डिशसेटिंग का काम
एसईसीएल को पहुंचाया गया लाखों का नुकसान, सीबीआई से जांच की मांग
कोरबा 26 सितंबर। एसईसीएल के गेवरा ओपन कोल परियोजना के जीएम एसके मोहंती पर भ्रष्टाचार का एक और मामला उजागर हुआ है। मोहंती ने अपने पसंदीदा ठेकेदार राकेश इंटरप्राइजेज को वर्षा ऋतु के दौरान तालाब डिशसेटिंग और मिट्टी हटाने के लिए 89.61 लाख रुपये का ठेका आवंटित किया है।
यह काम ऐसे समय में दिया गया है जब इसे आवश्यक माना नहीं जा सकता। सामान्य प्रक्रिया के तहत यह कार्य गर्मी के मौसम में किया जाता है, जब तालाब में पानी कम होता है, लेकिन इस बार बारिश के मौसम में ठेका देने से भ्रष्टाचार की आशंका बढ़ गई है।
सूत्रों के अनुसार, अगर यह ठेका ओपन टेंडर के माध्यम से निकाला जाता तो यह 45-50 लाख रुपये में ही पूरा हो सकता था। लेकिन सीजीएम मोहंती ने ठेके की प्रक्रिया में हेराफेरी कर राकेश इंटरप्राइजेज को फायदा पहुंचाने के लिए लिमिटेड टेंडर का सहारा लिया। आरोप है कि 2023-2024 के बीच इसी तरह से 7-8 लिमिटेड टेंडर के माध्यम से लाखों-करोड़ों रुपये के ठेके दिए गए हैं। 27 सितंबर 2024 को एक और मिट्टी कटिंग का 20 लाख रुपये का टेंडर खुलने वाला है। अब देखना होगा कि यह ठेका भी राकेश इंटरप्राइजेज को मिलता है या किसी अन्य ठेकेदार को।
लंबे समय से कोरबा में पदस्थ है जीएम मोहंती’
जीएम एसके मोहंती पिछले 20-25 वर्षों से गेवरा, कुसमुंडा और दीपका क्षेत्रों में कार्यरत हैं। जानकारी के अनुसार, इन क्षेत्रों में उन्हें भ्रष्टाचार करने का खुला मौका मिला है, क्योंकि यहां किसी तरह का राजनीतिक दबाव नहीं है और ठेकेदारों के साथ सेटिंग करके मनमाने ढंग से ठेके आवंटित किए जाते हैं। मोहंती पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में बार-बार राकेश इंटरप्राइजेज को ठेके देकर उन्हें बड़े लाभ पहुंचाए हैं, और इसके बदले मोटी कमीशन ली है।
इस मामले की जांच सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों से कराए जाने की मांग की जा रही है। माना जा रहा अगर जांच होती है, तो कोल इंडिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आ सकता है, जिसमें एसईसीएल को बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान हुआ है। साथ ही, मोहंती द्वारा अवैध रूप से अर्जित संपत्ति की भी जांच की मांग की जा रही है।