श्री कृष्ण जन्माष्टमी, गणेशोत्सव एवं मिलाद-उन-नबी सहित अन्य पर्व सौहार्द्रपूर्ण माहौल में मनाने का लिया गया निर्णय
जिला स्तरीय शान्ति समिति की बैठक संपन्न
बिलासपुर 16 अगस्त 2024. एडीएम श्री आर.ए. कुरूवंशी की मौजूदगी में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आज यहां जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में श्री कृष्ण जन्माष्टमी, गणेशोत्सव एवं अनंत चतुर्दशी (गणेश विसर्जन), विश्वकर्मा जयंती एवं मिलाद-उन-नबी सहित अन्य पर्व आपसी तालमेल एवं भाईचारे की भावना के साथ सौहार्द्रपूर्ण माहौल में मनाने का निर्णय लिया गया।
इस दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने गणेश चतुर्थी के लिए पंडाल, स्वागत, विसर्जन, मिलाद-उन-नबी पर्व के दौरान आवश्यक प्रशासनिक व्यवस्था के संबंध में विचार विमर्श किया गया। एडीएम ने शांति समिति के सदस्यों और समाज प्रमुखों से अपील करते हुए कहा कि शहर की गौरवशाली परम्परा की तरह इस बार भी आपसी समन्वय और भाईचारे की भावना के साथ पर्व मनाएं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह के भ्रामक सूचनाओं के प्रचार-प्रसार से बचना चाहिए। ऐसे लोगों पर खुद भी नजर रखें और इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को तत्काल देवें।
इस अवसर पर एडीएम ने पर्व के पूर्व सभी थाना क्षेत्रों में शांति समिति की बैठक आयोजित करने के निर्देश भी दिए और बिजली, पानी सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने कहा। पुलिस, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग को जिम्मेदारी सौंपते हुए सजग रहने के निर्देश दिए गये। सभी धार्मिक एवं समाज प्रमुखों ने शांतिपूर्ण तरीके से सभी का सम्मान करते हुए समारोह आयोजन करने का भरोसा दिलाया। विशेषकर शहर में यातायात बाधित न हो, इसका ध्यान रखा जायेगा। एडीशल एसपी उमेश कश्यप ने कहा कि आयोजन समिति बड़े पंडालों में सीसीटीव्ही कैमरा लगाएं। सभी पूजा समितियों को गणेश पर्व के दौरान पंडाल लगाने की अनुमति एसडीएम से लेनी होगी। गणेश विसर्जन निर्धारित विसर्जन स्थलों पर ही किया जाए और छोटे बच्चों को विसर्जन स्थल पर न ले जाया जाए। गणेश विसर्जन 17 एवं 18 सितम्बर को किया जाए। बैठक में एडीशल कमिश्नर श्री खजांची कुमार, संयुक्त कलेक्टर श्री मनीष साहू, सिटी मजिस्ट्रेट श्री प्रवेश पैकरा, एसडीएम श्री पीयूष तिवारी, शांति समिति के सदस्य श्री इरशाद अली, श्री हबीब मेमन, श्री सुधीर खण्डेलवाल, श्री शेखर मुदलीयार सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी एवं शांति समिति के सदस्य मौजूद थे।