एक साथ एक ही समय पर सर्वाधिक पौधे रोपित कर कोरबा ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

2273 पौधे लगाकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में कीर्तिमान किया स्थापित

मंत्री श्री देवांगन ने डीएफओ कोरबा को विश्व कीर्तिमान के लिए किया सम्मानित

हर नागरिक एक पेड़ मां के नाम अवश्य लगाएं : मंत्री श्री देवांगन

पर्यावरण सुरक्षा हेतु सभी को जागरूक रहने एवं अधिक से अधिक वृक्ष लगाने हेतु किया प्रोत्साहित

पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण है आवश्यक : डीएफओ कोरबा श्री अरविंद

कोरबा 15 जुलाई 2024. कोरबा जिले के ग्राम भालूसटका में वनमण्डल कोरबा द्वारा आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं एवं कर्मचारियों के द्वारा एक साथ एक ही समय पर, एक ही स्थान पर सर्वाधिक 2273 पौधे रोपित करके जिलेवासियों द्वारा गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में एक विश्व कीर्तिमान स्थापित किया गया। इस अवसर पर वाणिज्य, उद्योग व्यापार एवं श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत सभी नागरिक, ग्रामीण, स्कूली बच्चे पेड़ अवश्य लगाएं। पेड़ लगाने के साथ ही उसके पुष्पित व पल्लवित होने तक उसकी देखभाल एवं सिंचाई की व्यवस्था जरूर करें।

श्री देवांगन ने कार्यक्रम में पीपल का पौधा लगाकर एक पेड़ मां के नाम अभियान को सफल बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मां अपने बच्चों को हमेशा प्यार करती है और बच्चों को भी दुनिया में सबसे प्यारी मां ही लगती है। मां के नाम से हम पेड़ लगाएंगे तो स्वभाविक रूप से पेड़ के प्रति हमारा गहरा लगाव रहेगा और हम पेड़ के बढ़ने तक उसकी देखरेख करेंगे। प्रदेश के मुखिया श्री विष्णुदेव साय ने भी एक पेड़ मां के नाम लगाकर प्रदेश भर में पेड़ लगाकर अभियान को सफल बनाने का आव्हान किया है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक नगरी कोरबा में पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि पेड़ हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक है। पेड़ों से हमें फल, फूल, औषधि, लकड़ी आदि बहुमूल्य वस्तुएं प्राप्त होती है। पेड़ से हमें शुद्ध वायु मिलती है जो जीवन के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा हम सभी को बाग-बगीचे, बाड़ी, कार्यालय परिसर में पेड़ जरूर लगाना चाहिए। हर व्यक्ति मां के नाम पर पेड़ लगाए जिससे हमारा जिला और प्रदेश में हरियाली आ सके।

मंत्री श्री देवांगन ने कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों से अपील की जब अपनी पंचायतों में जाएं तो वहां पर ग्रामीणों से ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करने के लिए प्रेरित करें, ताकि मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री की मंशानुसार प्रदेश में जिले एवं प्रदेश में हरियाली का वातावरण बने। वनमहोत्सव कार्यक्रम में 11 स्कूलों के सैकड़ों बच्चों, नगर निगम एवं वन विभाग के कर्मचारियों ने भालूसटका ग्राम में एक ही समय में एक स्थान पर 2273 पौधे लगाकर सर्वाधिक पौधारोपण का रिकॉर्ड बनाया। इस अवसर पर मंत्री श्री देवांगन ने वनमण्डलाधिकारी श्री अरविंद पीएम को सर्वाधिक पौधरोपण का प्रमाण पत्र प्रदान कर उत्साहवर्धन किया।

मंत्री श्री देवांगन द्वारा सेंट जेवियर स्कूल, न्यू ऐरा स्कूल, सरस्वती शिशु मंदिर बुधवारी, निर्मला स्कूल कोसाबाड़ी एवं रिसदी के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को पौधरोपण हेतु प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में रामपुर विधायक श्री फूलसिंह राठिया, कलेक्टर श्री अजीत वसंत, जिला पंचायत सीईओ श्री संबित मिश्रा, डीएफओ कोरबा श्री अरविंद पीएम, श्रीमती सोनल शर्मा गोल्डन बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड छत्तीसगढ़ की प्रमुख सहित अन्य जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, स्कूली बच्चों एवं ग्रामीणों द्वारा भी फलदार एवं छायादार पौधों का रोपण किया गया।

रामपुर विधायक श्री राठिया ने अभियान के तहत सभी ग्रामों में पेड़ लगाने तथा उनकी देखभाल करने की बात कही। उन्होंने कहा कि मैने भी बहुत से फलदार एवं छायादार पेड़ लगाए हैं तथा मैं अन्य ग्रामीणों को भी प्रेरित करता हूं। पेड़ों से आजीवन फल और छाया तो मिलती ही है इसके साथ-साथ बढ़ते तापमान को कम करने में भी सहायक हैं। कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के उपलक्ष्य में कहा कि वनमण्डलाधिकारी कोरबा एवं उनकी टीम के द्वारा एक ही स्थान पर एक ही समय में 02 हजार से ज्यादा पौधे लगाए गए हैं। उन्होंने सर्वाधिक पौधरोपण करने की उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि वृक्ष हमें जीवन जीने का संदेश देते हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोग आज भी नदी, पहाड़ों, वृक्षों को संरक्षित करके पुनर्जीवित करते हैं। उनकी पर्यावरण संरक्षण की संस्कृति, परंपराओं, रीति-रिवाजों से सीख लेकर हम सभी को वृक्षारोपण करके पर्यावरण संरक्षण करना चाहिए।

डीएफओ कोरबा श्री अरविंद ने अपने स्वागत उद्बोधन में पर्यावरण सुरक्षा के संबंध में सभी को जागरूक रहने एवं अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण अनिवार्य है। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु स्कूली छात्र-छात्राओं, विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों एवं स्थानीय ग्रामीणों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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