शराब घोटाला: अनवर ढेबर की कम नही हो रही मुश्किलें.. अब गिरफ्तार करने पहुंची यूपी एसटीएफ की टीम
रायपुर 18 जून. छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में जेल में बंद आरोपी कारोबारी अनवर ढेबर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. बीते दिनों हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद अनवर ढेबर रिहाई का इंतज़ार कर रहे थे, लेकिन यूपी STF की टीम अनवर का प्रोडक्शन वारंट लेकर उन्हें गिरफ्तार करने रायपुर पहुंच गई. इधर इस बात की भनक लगते ही अनवर ढेबर के परिजन और समर्थक भी एम्बुलेंस लेकर जेल पहुंच गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की माँग की जा रही है.
बता दें कि 2000 करोड़ से अधिक के शराब घोटाला मामले में नकली होलोग्राम बनाने को लेकर जेल में बंद आरोपी अनवर ढेबर और अरुण पति त्रिपाठी की 19 जून को मेरठ में पेशी होनी है. जिसके लिए यूपी पुलिस ने न्यायलय में आवेदन दाखिल कर आरोपियों के प्रोडक्शन वारंट की मांग की थी. कोर्ट ने सोमवार को तीन में से दो आरोपी ढेबर और त्रिपाठी को यूपी ले जाने की इजाजत दे दी. इसी सिलसिले में सोमवार की दोपहर जब आरोपियों को यूपी ले जाने के लिए पुलिस का अमला रायपुर जेल पहुंचा तो जेल प्रशासन द्वारा इन आरोपियों की तबियत ख़राब होने का हवाला देते हुए यूपी ले जाने से रोक दिया गया. इसके बाद मंगलवार की दोपहर यूपी पुलिस की एक टीम रायपुर सेंट्रल जेल पहुंच गयी और शराब घोटाले में जेल में बंद आरोपी अनवर और त्रिपाठी की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू कर दी. अब देखना ये है कि अनवर ढेबर को रिहाई मिलती है या यूपी STF की टीम हिरासत में लेकर जाती है.
अनवर को हाईकोर्ट से मिली जमानत
बता दें कि छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला केस में फंसे अनवर ढेबर को हाईकोर्ट ने मेडिकल ग्राउंड के साथ ही केस के अन्य आरोपियों को मिली राहत के आधार पर जमानत दी है. इससे पहले इस केस में सुप्रीम कोर्ट से अन्य आरोपियों को पहले से ही राहत मिल चुकी है. ढेबर के वकील सौरभ दांगी ने हाईकोर्ट में मेडिकल ग्राउंड पर इलाज के लिए जमानत देने का आग्रह किया. साथ ही कहा कि अनवर को किडनी की बीमारी है और उन्हें यूरिन करने में दिक्कत हो रही है. सुनवाई के दौरान यह भी तर्क दिया गया कि ढेबर का इलाज चल रहा है, जिसके लिए अस्पताल जाने की जरूरत पड़ती है. जेल में गार्ड उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है, जिसके चलते इलाज नहीं हो पा रहा है.