नौतपा का कहर, पाली में 30 से अधिक चमगादड़ों की मौत

कोरबा 02 जून। नौतपा में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। इंसानों के साथ बेजुबानों की जान पर भी खतरा मंडराने लगा है। पाली क्षेत्र में हीट स्ट्रोक से 30 से अधिक चमगादड़ों की मौत हो गई है। पेड़ के नीचे व तालाब किनारे चमगादड़ मृत पड़े देखे गए। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी।

एक साथ बड़ी संख्या में हुई चमगादड़ों की मौत के बाद वन विभाग के अफसर हरकत में आए। मृत चमगादड़ों की पीएम की प्रक्रिया के अलावा पक्षियों के बचाव को लेकर उपाये किए जा रहे हैं। इस गर्मी से पाली क्षेत्र भी अछूता नहीं रहा है। क्षेत्र में भी तापमान विगत कुछ दिन से 45 डिग्री के आसपास स्थिर है। जिससे चमगादड़ों की शामत आ गई है। भीषण गर्मी के कारण हीट बड़ी संख्या में ये बेजुबान जीव बेमौत मारे जा रहे हैं।

पाली ब्लाक में अभी भी काफी हरियाली है और अधिकांश आबादी वनांचल में निवास करती है। यही कारण है कि यहां वन्य जीव और वन संपदा, हरियाली भरपूर है। जहां विभिन्न प्रजाति के पशु पक्षी रहवास करते हैं। गांव के बाहर तालाबों के किनारों पर वृक्षों की कतार दिख जाएगी। जिसमें विशेष कर विविध पक्षियों का बसेरा-डेरा रहता है। विकासखंड पाली मुख्यालय सहित कुछ गांव में बड़ी संख्या में तालाब के किनारे के पेड़ों पर चमगादड़ दिख जाते हैं। क्षेत्र में पड़ रही भीषण गर्मी चपेट का असर इन पर दिखने लगा है। यह ही है। स्तनधारी जीव 45 डिग्री तापमान को सहन नहीं कर पा रहे और पेड़ों से फल की तरह अधमरे पक्षी नीचे टपक रहे हैं। परसदा गांव के हनुमान तालाब के तट पर बरसों से चमगादड़ों का बसेरा है। यहां भी चमगादड़ तेज गर्मी से हीटस्ट्रोक का शिकार हो रहे हैं और बड़ी संख्या में मौत हो रही है। कुछ ऐसा ही हाल पाली का भी है।

ग्रामीणों ने बताया कि सुबह शाम जब सैकड़ो की संख्या में चमगादड़ तालाब के उपर उड़ान भरते थे तो आसमान छा जाता था। इनका कलरव इस साल बार सुनाई नहीं दे रहा है। तालाब की सफाई कार्य के कारण पानी निकालने से इनकी संख्या में अभूतपूर्व कमी दिख रही है। पाली क्षेत्र में दर्जनों की संख्या में चमगादड़ों की मौत के बाद वन विभाग के अफसर गांव पहुंचे। जहां मृत चमगादड़ों को एकत्र किया गया। पशु चिकित्सक चमगादड़ों के शव का पोस्टमार्टम करेंगे। पोस्टमार्टम उपरांत मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।

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