कुसमुंडा खदान में निर्माणाधीन बंकर का हिस्सा टूटकर गिरा

निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर उठे सवाल

कोरबा 19 मई। एसईसीएल की कुसमुंडा खदान में निर्माणाधीन बंकर का एक हिस्सा अचानक गिर गया। घटना के वक्त कर्मचारी भोजन अवकाश पर गए थे, इसलिए किसी तरह की अप्रिय घटना टल गई। इस घटना से निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं।

साऊथ ईस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड (एसईसीएल) की मेगा परियोजना कुसमुंडा में बंकर का निर्माण किया जा रहा है। ताकि कोयला को सीधे कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से ऊपर भेजा जा सके। बंकर का निर्माण कार्य आरवीआर इंफ्रा स्ट्रक्चर प्राइवेट कंपनी लिमिटेड द्वारा लगभग 450 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। शनिवार की दोपहर 1.30 बजे बंकर के अंदर एक पुल्ली नुमा लोहे की भारीभरकम पुल्ली ऊपर से नीचे की ओर गिरने लगा और लोहे के लगे बड़े स्लैब उससे धक्का लगने पर अपने स्थान से खिसकने लगा। इसकी वजह से बंकर का एक हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। जानकारों का कहना है कि वेट बैलेंसिंग में अनियमितता होने की वजह से पुल्ली ऊपर से नीचे की ओर गिरा। घटना स्थल पर लगभग 15 मजदूर कार्य कर रहे थे, पर भोजन अवकाश होने की वजह से सभी बाहर निकल गए थे। इससे किसी तरह की जनहानि नहीं हुई, अन्यथा गंभीर दुर्घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता था

। घटना के बाद एसईसीएल के अधिकारी स्थल पर पहुंचे और निरीक्षण किया। निर्माण कार्य एसईसीएल के अधिकारियों की उपस्थिति में कराया जा रहा है, पर कार्य किस गुणवत्ता के आधार पर हो रहा है। इसका अंदाजा पुल्ली गिरने की घटना से लगाया जा सकता है। कोयला कर्मियों का कहना है कि पूरी तरह अनदेखी कर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। प्रबंधन को केवल उत्पादन से ही सरोकार रह गया है। वहीं इस घटना को लेकर घटना को लेकर विभागीय व ठेका कंपनी के अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

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