चाढ़े चार लाख की ठगी मामला व धोखे में रखने वाले बैंक पर जुर्माना

उपभोक्ता आयोग का फैसला

कोरबा 19 मई। बैंक उपभोक्ता से चाढ़े चार लाख से अधिक की ठगी और पेनाल्टी रकम के विरूद्ध जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग में परिवाद दायर किया गया था। जिस पर आयोग ने राशि का देनदार परिवादी को नहीं होना पाते हुए उसे देनदारी से मुक्त किया है। साथ ही आर्थिक व मानसिक प्रतिपूर्ति के एवज में बैंक को राशि देनी होगी। बालको थानांतर्गत इंदिरा मार्केट में विजय कुमार साहू (42 वर्ष) निवासरत है। उसका निजी खाता वर्ष 2012 से एक्सिस बैंक कोरबा में है।

2019 से उसका क्रेडिट कार्ड खाता संचालित है। 19 नवंबर 2023 की दोपहर उसके क्रेडिट कार्ड खाता को हैक कर चार लाख 14 हजार 831 व 36 हजार 424 कुल चार लाख 51 हजार 255 रुपए काटकर गैर व्यक्ति रिलायंस बीपी मोबाइल एसबीआई में ट्रांसफर कर दिया गया। जिसकी जानकारी होने पर तत्काल क्रेडिट कार्ड के पीछे अंकित काल सेंटर में शिकायत दर्ज कराई गई। महिला कर्मचारी द्वारा शिकायत दर्ज करने की जानकारी दी गई। साथ ही शिकायत नंबर भी प्रदान किया गया। काल सेंटर के द्वारा 19 नवंबर को दोपहर 1.40 बजे क्रेडिट कार्ड और बचत खाता को ब्लाक किया गया। उपभोक्ता को किया गया कि उनकी रकम सुरक्षित है। अभी राशि ट्रांसफर नहीं हुई है। 24 घंटे में राशि वापसी की बात कही गई।

19 नवंबर को 2.10 बजे रिफंड का मैसेज भी आया तो परिवादी आश्वस्त हो गया कि रकम सुरक्षित है। दूसरे दिन अचानक परिवादी के मोबाइल पर मैसेज आया कि उनके खाते का ओटीपी पास होने की वजह से राशि का आहरण हो गया है। कोरबा के मैनेजर ने परिवादी को जानकारी दी कि क्रेडिट कार्ड के साथ दो कार्ड जारी होता है, एक कार्ड नामिनी के नाम पर होता है। परिवादी ने बताया कि उसे एक ही कार्ड जारी हुआ है। साथ ही उसने किसी तरह का ओटीपी शेयर नहीं किया है। बिना ओटीपी शेयर किए ही राशि की ठगी हुई है। जिस पर पीड़ित ने जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग में परिवाद दायर किया जिस पर आयोग ने देनदार परिवादी को नहीं होना पाते हुए उसे देनदारी से मुक्त किया है। विरोधी पक्षकारगण को आर्थिक व मानसिक क्षतिपूर्ति के एवज में परिवादी को 15 हजार रुपए प्रदान करना होगा। वाद व्यय के रूप में पांच हजार, व्यवसायिक कदाचरण के लिए 10 हजार का प्रतिकर अधिरोपित किया गया है। आयोग की तरफ से फैसला अध्यक्ष रंजना दत्ता, सदस्य ममता दास व पंकज कुमार देवड़ा ने दिया है।

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