देशी पिस्टल व जिंदा कारतूसों सहित पकड़े गए दो व्यक्ति
हत्या के मामले में जमानत पर जेल से बाहर था एक आरोपी
कोरबा 04 अप्रैल। कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बताया की गुंडागर्दी की घटनाओं को अत्यंत गंभीरता से लिया जा रहा है। अपराधियों, गुंडे, मवाली व हुड़दंगियों के विरुद्ध लगातार प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। कोरबा पुलिस जन सहयोग से सुरक्षा का बोध कराने अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही के लिए प्रतिबद्ध है।
इसी कड़ी में नशे में धुत्त दो निगरानी बदमाश अपने मादक पदार्थो का सेवन कर नशे का शौक पूरा करने मदिरालय पहुंच गए, जिनके चर्चे पुलिस महकमें में काफी चर्चित रहे हैं। मादक पदार्थो का सेवन कर जमकर नशा किया और फिर हाथ में पिस्टल लिए नशे में धुत्त होकर यूं घूमने लगे, जैसे कोई जंग फतह की हो। एक इंटेल पर साइबर सेल व सिविल लाइन रामपुर ने ज्वाइंट एक्शन किया और घेराबंदी कर दोनों बदमाशों को धर-दबोचा। जब इनकी पृष्ठभूमि खंगाले गयी तो पता चला कि इनमें से एक के कारनामों की बड़ी लंबी फेहरिस्त है और वह हत्या के मामले में पहले ही बिलासपुर सेंट्रल जेल की हवा खाकर जमानत पर बाहर आया है। दूसरे कथित आरोपी की आदतें भी कुछ अलग नहीं हैं और दोनों की जोड़ी एक बार फिर उधम मचाने की फिराक में निकल पड़ी थी। यही वजह रही जो हाथ में देशी हथियार लिए वे खुलेआम डर फैलाते घूम रहे थे, पर इस बार उनके इरादों पर पानी फेरते हुए पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की। दोनों आरोपियों को आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है। इन दोनों के कब्जे से 1 नग लोहे का पिस्टलनुमा 7.65 एमएम का देशी हथियार और 4 नग जिंदा कारतूस भी मिले। आरोपियों के विरुद्ध इस कृत्य में सबूत पाए जाने पर धारा 25 आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है।
नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रविन्द्र मीना के नेतृत्व में शामिल रही यह टीम यह महत्वपूर्ण कार्यवाही नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रविन्द्र मीना के नेतृत्व में की गई। सायबर सेल प्रभारी कोरबा सहायक उप निरीक्षक अजय सोनवानी, थाना सिविल लाइन रामपुर प्रभारी उप निरीक्षक सुमनलाल पोया, सहायक उप निरीक्षक ललित जायसवाल, आरक्षक संदीप भगत, सायबर सेल से प्रधान आरक्षक गुनाराम सिन्हा, आरक्षक प्रशांत सिंह, आरक्षक आलोक टोप्पो, आरक्षक विरकेश्वर प्रताप सिंह का अहम योगदान रहा।