किसानों के समर्थन में आगे आये श्रमिक यूनियन, करेंगे हड़ताल
कोरबा 15 फरवरी। किसान यूनियनों ने 16 फरवरी को भारत बंद की घोषणा की है। देश में कांग्रेस ने 16 फरवरी को भारत बंद के ऐलान को अपना समर्थन दिया है। कोरबा जिले की सबसे बड़ी भारत रत्न कंपनी SECl के सभी मजदूर यूनियन एक साथ होकर किसानों के समर्थन में भारत बंद ऐलान कर दिया है। वही कोरबा जिले में भारत अल्युमिनियम कंपनी, एनटीपीसी, लैंको जैसे बड़ी कंपनियों के मजदूरों ने एक साथ होकर अपने यूनियन के साथ मिलकर किसानों को समर्थन देने का ऐलान किया है,
बड़ी बात यह है कि एक ही दिन में कोरबा जिले के इतनी बड़ी-बड़ी कंपनियों को करोड़ों का नुकसान भी होने वाला है अभी आकलन करना मुनासिब नहीं होगा कि कितने करोड़ का नुकसान होगा केंद्र सरकार को वहीं कांग्रेस ने भी भारत बंद का समर्थन किया है।कांग्रेस प्रभारी महामंत्री ने सभी जिला अध्यक्षों को बंद का समर्थन करने का पत्र लिखा। बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने किसान संगठनों से पेंशन, फसलों के लिए एमएसपी और श्रम कानून संशोधनों को वापस लेने की मांग को लेकर 16 फरवरी को सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक ग्रामीण भारत बंद में भाग लेने का आग्रह किया है।
इस संबंध मे दीपेश मिश्रा ने कहा की एसईसीएल के सीएमडी ने जो अपील जारी किया है उसमें कुछ बातों से हम सहमत नहीं है उनका यह कहना यह हड़ताल गैर कानूनी है कहना सही नहीं है अपने जायज मांगों के हड़ताल करने के लिए कानून इजाजत देता है वहीं काम नहीं वेतन नहीं यह कहना ठीक नहीं है क्योंकि श्रमिक अपना श्रम बेचता है वो अपना श्रम 16 फरवरी को बेचेगा ही नहीं वेतन मांगने का सवाल ही नहीं पैदा होता है श्रम संगठन हमेशा देश का हितैषी है सार्वजनिक उपक्रम का हिफाजत हमारा लक्ष्य है हम उद्योग के खिलाफ नहीं है, पर हम श्रमिक हितैषी है इसके साथ ही हम सरकार या प्रबंधन कोई टकराव नहीं चाहते है हम श्रमिकों की हितों की रक्षा की बात कह रहे हैं हमारे सर्वोच्च नेता जो कहेंगे हम वही करेंगे इस क्रम मे हमारे नेता के आदेश का श्रम संगठन के लोग पालन कर रहे हैं। 16 फरवरी का प्रस्तावित हड़ताल कामयाब करना हमारा नैतिक दायित्व है इससे हम पीछे नहीं है हट सकते हैं।