भू- विस्थापतों ने बंद कराया उत्पादन और परिवहन
कोरबा 21 दिसम्बर। पुनर्वास नीति के तहत 15 लाख रूपये प्रत्येक विस्थापित को देने, पाली के समीप बसाहट देने समेत अन्य मुद्दों को लेकर भू-विस्थापितों को सरायपाली खदान बंद करा दिया। प्रबंधन ने समझाइश देने का प्रयास किया, पर आंदोलनकारी अड़े रहे और उन्होंने अनिश्चतकालीन आंदोलन शुरू कर दिया।
साउथ ईस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) कोरबा क्षेत्र की पाली ब्लाक के बुड़बुड़- राहाडीह में संचालित परियोजना में बुधवार को भू-विस्थापितों ने एकाएक आंदोलन शुरू कर दिया। ऊर्जाधानी भू- विस्थापित किसान कल्याण समिति, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के समर्थन से ग्राम पंचायत बुड़बुड़ ग्रामवासियों ने अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे हैं। एकजूट होकर भू- विस्थापित खदान में एकत्र हुए और कामकाज को प्रभावित करते हुए उत्पादन ठप कर दिया है। उनकी मांग है कि पुनर्वास नीति का उन्हें लाभ दिया जाए। पुनर्वास के बदले दी जाने वाली राशि को अपर्याप्त बताते हुए दूसरी परियोजनाओं की तरह 15 लाख रुपए प्रत्येक विस्थापित को दिया जाए, अथवा 15 लाख रुपये नहीं दिया जा रहा है, तो उन्हें 13 किलोमीटर दूर लाफा में बसाए जाने के बजाए पाली के नजदीक तीन किलोमीटर के दायरे में बसाहट प्रदान किया जाना चाहिए। गतिरोध दूर करने के लिए महाप्रबंधक, उप महाप्रबंधक एवं अन्य अधिकारियों के साथ तहसीलदार, नायब तहसीलदार व पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे और दो दौर की वार्ता भी आंदोलनकारियों से की गई, पर दोनों ही दौर में वार्ता असफल रही।
भू- विस्थापितों कहना है कि उनकी मांग पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिए जाने के कारण आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन में तीरथ केशव, आशु लाल, चंदन सिंह बंजारा, शत्रुहन कर्पी, किर्ती सिंह बिंझवार, अमृत लाल नायक, जनक निषाद, राधे नायक, रामचरण यादव, अमर लाल, नरेन्द्र ठाकुर, मनहरण लाल, राजग्वाल यादव, उर्मिला नायक, हरेली बाई, सोनकुंवर, भागमती बाई, सरस्वती यादव, चंद्रपाल विनायक, अनोज पालके , ऊर्जाधानी संगठन से टीपक यादव ललित महिलांगे अनसुईया राठौर सतीश चंद्रा, गोंगपा से विमल कुमार मरावी संभागीय अध्यक्ष, जगत कुमार नेताम जिलाध्यक्ष, प्रकाश कोर्राम जिला उपाध्यक्ष, दीपक श्याम, निलेश श्याम, जयप्रकाश मरावी, विजय ओरखे, गणेश उईके, चंद्रपाल मरावी, रवि जगत, प्रमाद कुसरो, रामभजन जगत संदीप कंवर के सहित सैकड़ों ग्रामवासी उपस्थित रहे।
ग्राम बुडबुड़ (सराईपाली परियोजना) में एसईसीएल द्वारा भूमि अधिग्रहण किया जा चुका है। इसका बसाहट एवं पुनर्वास दिया जाना है। चूंकि कोरबा जिला के अन्य खदानों में पुर्नवास के बदले दी जाने वाली राशि बढ़ाकर 10 लाख रूपये तक किया गया है, किंतु ग्राम बुडबुड में यही राशि तीन लाख रूपये है, यह न्याय संगत नहीं है। इस विषय पर अनेक बार पत्र व्यवहार किया गया है किंतु आश्वासन ही मिला। प्रबंधन ने आश्वासन दिया था कि जो व्यक्ति वर्ष 2014 में 18 वर्ष पूर्ण कर चुका है, उसे भी पुर्नवास के लिए पात्र माना जाएगा, किंतु यह भी केवल झूठा आश्वासन निकला। इसके कारण सभी ग्रामवासी आक्रोशित हैं व अनिश्चितकालीन खदान बंदी करने मजबूर हैं। इस कड़ी में सराईपाली परियोजना में ब्लास्टिंग, उत्खनन, उत्पादन व डिस्पैच अनिश्चितकालीन पूर्ण रूप से बंद शुरू कर दिया गया है।