संस्कृत नहीं तो संस्कार कैसे, कौशलपुर में भी एक संस्कृत गुरूकुल की स्थापना हो- शास्त्री
गार्डन चित्रा टाकीज में 19 से 26 तक श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन
कोरबा 17 दिसम्बर। देश के प्रख्यात कथा वाचक कौशल किंकर की उपाधि प्राप्त भूषण कृष्ण शास्त्री ने प्रेस क्लब भवन में प्रेसवार्ता में कहा कि संस्कृत नहीं तो बच्चों में संस्कार कैसे आएगा। उन्होंने कहा कि कौशलपुर (मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़)में एक भी संस्कृत का गुरूकुल नहीं है और कौशलपुर के विद्यार्थियों को महंगी फीस देकर संस्कृत की शिक्षा एवं दीक्षा लेने दूर दूसरे प्रदेश जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि संस्कार तभी आ सकता है जब हमारी देववाणी संस्कृत का उत्थान, विस्तार और संस्कृत भाषा में समृद्धि आए। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन को भी इस दिशा में पहल करनी चाहिए और सनातनी धर्म को आगे बढ़ाने के लिए संस्कृत गुरूकुल की स्थापना होनी चाहिए।
एक प्रश्र के जवाब में कहा कि हमारे पास संसाधन का अभाव है और सनातनी धर्म से वास्ता रखने वाले उद्योगपति, कुबेर पुत्र इस दिशा में यदि अपना हाथ बढ़ाएं तो यह संभव हो सकता है। श्रीहरि परिवार द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन भी इस लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए कराया जाता है और इस महान लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज संस्कारित और सभ्य तभी बन पाएगा जब हम हर कार्य को वेद पुराणों के अनुसार करें और जीवन को अनुशासित बनाएं। सबसे पहले अभिभावकों को स्वयं जागृत होना पड़ेगा और दिनचर्या की शुरूआत सनातनी ढंग से करना होगा। रात को जल्दी सोना, अलसुबह उठकर माता-पिता का प्रणाम करना और फिर दिनचर्या की शुरूआत करनी चाहिए, तभी हमारी नई पीढ़ी संस्कार और अनुशासित होगी।
उन्होंने आगे कहा कि साल में एक बार कौशलपुर के अंतर्गत किसी भी एक स्थान में श्रीहरि परिवार द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन इस उद्देश्य से किया जाता है कि कौशलपुर में भी एक संस्कृत गुरूकुल हो, ताकि संस्कृत से संस्कार का विस्तार हो और सभ्य समाज का निर्माण हो। उन्होंने श्रीहरि परिवार द्वारा श्रीहनुमंत लाल जी महाराज के आयोजकत्व में 19 से 26 दिसंबर तक चित्रा टाकीज के पास स्थित मोदी गार्डन में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होने जा रहा है। उन्होंने कोरबावासियों से अपील करते हुए इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बनने का आग्रह किया है। श्भूषण कृष्ण शास्त्री ने बताया कि इस धार्मिक आयोजन में देश की 07 विभूति भी अपना सानिध्य प्रदान करने आ रहे हैं और उनके द्वारा कथा प्रवचन किया जाएगा। उनके अलावा 45 ब्राम्हण भी हवन पूजन में शामिल होंगे। इस श्रीमद् भागवत कथा में 31 मूलपारायण की पोथी रखी जाएगी। उन्होंने सभी कोरबावासियों से निवेदन किया है कि इस धार्मिक आयोजन में अधिक से अधिक श्रद्धालु पहुंचकर पूण्यलाभ प्राप्त करें। प्रेसवार्ता में श्भूषण कृष्ण शास्त्री महाराज (श्रीधाम वृंदावन)के अलावा पंडित सत्यम भारद्वाज एवं पंडित शिवकुमार शर्मा भी मंचस्थ थे। इस अवसर पर श्रीपरशुराम इंटरनेशनल एसोसिएशन के अध्यक्ष युगेश शर्मा भी उपस्थित थे।
भूषण कृष्ण शास्त्री ने बताया कि 18 दिसंबर को प्रातर: 10 बजे से मेंहदीपुर बालाजी मंदिर बुधवारी से चित्रा टाकीज के पास स्थित मोदी गार्डन तक निकलेगी और 19 दिसंबर को ब्यासपीठ की स्थापना के साथ कथा प्रारंभ होगी। 19 दिसंबर को कथा माहत्म्य एवं गोकर्णोपाख्यान,20 दिसंबर को मंगलाचरण, कुन्ती स्तुति, भीष्म स्तुति , 21 दिसंबर को शुकदेव आगमन, कपिल अवतार, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र, 22 दिसंबर को प्रहलाद चरित्र, वामन अवतार, राम अवतार, कृष्ण जन्मोत्सव, 23 दिसंबर को श्री कृष्ण बाल लीलाएं, माखन चोरी, गोवर्धन पूजा (छप्पन भोग प्रसाद), 24 दिसंबर को रास पंचाध्यायी, उद्धव गोपी संवाद, श्रीकृष्ण रूक्मिणी विवाह महोत्सव, 25 दिसंबर को सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष, श्री शुकदेव विदाई, फूलों की होली, कथा विराम, 26 दिसंबर को हवन पूर्णाहुति एवं महाप्रसाद (भण्डारा) समय -सायं कालीन। इसके अलावा 18 दिसंबर को दादी का मंगल पाठ शाम 5 बजे से। 23 दिसंबर को शाम 7 बजे से सुंदर काण्ड। 24 दिसंबर को नेहा पांडेय बिलासपुर द्वारा शाम 07 बजे से खाटू श्याम भजन का आयोजन होगा। रोजाना मूलपारायण प्रातरू 07 बजे से दोपहर 01 बजे तक एवं कथा प्रवाह दोपहर 03 बजे से शाम 07 बजे तक होगा।