कोरबा 24 नवम्बर। जिले के वन्य ग्राम बेंदरकोना निवासी 17 वर्षीय युवती ने परिजनों के काम पर अलग-अलग जाने के दौरान घर में रखी चूहामार जहरीले पदार्थ का सेवन कर मौत को गले लगा लिया।

जानकारी के अनुसार वन्य ग्राम बेंदरकोना निवासी बालचंद गिरी का 17 वर्षीय पुत्री लक्ष्मी कक्षा 12वीं में पढ़ती थी। बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने के अलावा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी तैयारी कर रही थी। कल देर शाम अचानक घर में कुछ बातों को लेकर परिवार के सदस्यों से उसका मनभेद हो गया। जिसके बाद परिवार के लोग बात सामान्य समझकर अपने-अपने कामों में लग गए, वहीं युवती ने चूहामार जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया।

बताया जाता है कि चूहामार जहरीले पदार्थ का सेवन करने से युवती की हालत एकाएक बिगडने लगी। शरीर में जहर का असर फैलने से वह छटपटाने के साथ ही चीखने-चिल्लाने लगी। उसके द्वारा लगातार उल्टी किये जाने एवं मुंह से झाग निकलने पर उसका पिता एवं उपस्थित प्रत्यक्षदर्शी पड़ोसियों को यह समझते देर नहीं लगी कि उसने किसी न किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया है। इसी वजह से आनन-फानन में परिजन व पड़ोसी उसे उपचार के लिए लेकर कोरबा जिला अस्पताल पहुंचे। वहां उपचार की प्रक्रिया शुरू होते ही युवती के शरीर में भारी मात्रा में विष-बाधा फैल जाने के कारण अंतत: दम तोड़ दिया। अस्पताल के वार्ड ब्वार्य द्वारा उक्त घटना के साथ ही युवती के संबंध में मेमो प्रतिवेदन दिए जाने पर अस्पताल चौकी पुलिस ने मर्ग कायम कर मृतका के शव को पंचनामा कार्यवाही के उपरांत उसे पीएम के लिए जिला अस्पताल के चीरघर भिजवा दिया। इसके साथ ही अस्पताल चौकी पुलिस ने घटना स्थल ग्राम बेंदरकोना सिविल लाइन थाना रामपुर क्षेत्रांतर्गत होने के कारण मर्ग डायरी को विवेचना के लिए वहां रेफर किये जाने के संबंध में वैधानिक प्रक्रिया शुरू कर दी है।

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